[gtranslate]
Country

पंजाब की कैप्टन सरकार पर संकट के बादल 

कांग्रेस अपने कुनबे को संभाले नहीं सभाल पा रही है। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर घमासान चल रहा है , तो पंजाब की अंदरूनी लड़ाई फिर तेज हो गई है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिध्दू  के बीच चल रही गहमागहमी कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है। इस बीच अब पंजाब की कैप्टन सरकार पर संकट के बादल और ज्यादा मंडराने लगे हैं।

 


मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिध्दू  के बीच चल रही गहमागहमी

 

दरअसल , पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा के घर पर आज 24 अगस्त को कैप्टन के खिलाफ तीन मंत्रियों और 20 विधायकों की बैठक हुई। सूत्रों के अनुसार, चार मंत्री और एक विधायक परगट सिंह सोनिया गांधी से मिल सकते हैं।

इससे पहले रविवार 22 अगस्त  को ही कश्मीर और पाकिस्तान जैसे संवेदनशील राष्ट्रीय मुद्दों पर की गई बयानबाजी को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू के दो सलाहकारों को फटकार लगाई थी। उन्होंने दोनों को नसीहत दी  थी कि उनकी घिनौनी और भद्दी टिप्पणियों से राज्य के साथ-साथ देश की अमन-शांति व स्थिरता को भी खतरा पैदा हो सकता है।

मुख्यमंत्री ने सिद्धू के दोनों सलाहकारों  डा. प्यारे लाल गर्ग और मालविंदर सिंह माली को हिदायत दी कि वे प्रदेश प्रधान को सलाह देने तक ही सीमित रहें और संवेदनशील मुद्दों पर बयानबाजी न करें।

 

यह भी पढ़ें :  राज्य इकाइयों के झगड़ों से परेशान कांग्रेस आलाकमान 

 

इन दोनों को सिद्धू ने हाल ही में अपना सलाहकार नियुक्त किया है। उल्लेखनीय है कि माली ने शनिवार 21 अगस्त को अपने फेसबुक पेज पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का विवादास्पद कार्टून पोस्ट करने के कुछ घंटों बाद ही कैप्टन पर भी निशाना साधते हुए उनके निजी जीवन से जुड़े फोटो पोस्ट करते हुए अभद्र टिप्पणी की थी।

मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि कश्मीर भारत का अटूट अंग था और अब भी है। उन्होंने कहा कि इसके उलट माली ने पाकिस्तान की हां में हां मिलाने वाला बयान दिया है, जो पूरी तरह देश विरोधी है। उन्होंने माली की निंदा करते हुए कहा कि ना सिर्फ अन्य पार्टियां बल्कि कांग्रेस द्वारा भी व्यापक रूप में निंदा किए जाने के बावजूद माली ने अपना बयान वापस नहीं लिया।  विवाद बढ़ने पर सिद्धू ने अपने दोनों सलाहकारों मलविंदर सिंह माली और डॉ. प्यारे लाल गर्ग को पटियाला आवास पर बुलाया था। इसके बाद मालविंदर माली ने दिवंगत पीएम इंदिरा गांधी का विवादास्पद स्केच पोस्ट करने पर दो टूक कहा कि उन्हें जो कुछ भी कहना था, उसे वे सोशल मीडिया पर कह चुके हैं। वह अंतिम है। अगर कोई गलती करता है, तो उसे प्रतिबंध करना चाहिए। हमें पंजाब के विकास के लिए काम करना जारी रखना चाहिए।

You may also like

MERA DDDD DDD DD