देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में दुनिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में सबसे अधिक नए मामले भारत में सामने आ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से 13 अगस्त सुबह तक के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की कुल संख्या 23 लाख 96 हजार 638 हो गई है।देश में कोरोना से अभी तक 47 हजार 33 लोगों की मौतें हुई हैं। बीते 24 घंटे की बात की जाए तो देश में कोरोना वायरस के अब तक के सबसे ज्यादा 66 हजार 999 नए मामले सामने आए और 942 मौतें हुई हैं। इस बीच अच्छी खबर ये है कि देश की फार्मा कंपनी जायडस कैडिला (Zydus Cadila) ने गिलियड साइंसेज की एंटीवायरल ड्रग रेमडेसिवीर का सबसे सस्ता जेनेरिक संस्करण लॉन्च किया है। खबरों के मुताबिक, Zydus ने इसकी कीमत 2 हजार 800 रुपये प्रति 100 ग्राम रखी है।
इससे पहले दुनिया के कई देशों के अस्पतालों में क्लीनिकल ट्रायल के दौरान ये तथ्य सामने आए थे कि रेमडेसिविर कोरोना के लक्षण की अवधि को 15 दिनों से घटाकर 11 दिन कर सकता है। इस कारण भी रेमडेसिविर की मांग बढ़ गई है। हालांकि विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ये कोई प्रभावी उपचार नहीं है। लेकिन किसी भी दवा की ग़ैर मौजूदगी में डॉक्टर्स भारत में कोरोना के मरीज़ों के लिए ये दवा लिख रहे हैं। इस कारण राजधानी दिल्ली और देश के अन्य शहरों में इसकी मांग तेज हो गई है।
अमेरिका में स्थित गिलिएड साइंसेज़ ने मूल रूप से इबोला के इलाज़ के लिए रेमडेसिविर बनाया था। अब इसने भारत की सिप्ला, जुबिलिएंट लाइफ़, हिटेरो ड्रग्स और माइलॉन को भारत में ये दवा बनाने की अनुमति दे दी है।
फार्मा कंपनी जायडस कैडिला ने अपनी संभावित कोविड-19 वैक्सीन ZyCoV-D का इंसानों पर ट्रायल शुरू कर दिया है। कंपनी ने एक नियामकीय जानकारी में बताया कि पहले चरण में वह देश के विभिन्न हिस्सों में एक हजार लोगों को इसके लिए इनरॉल करेगी। कंपनी ने कहा कि ZyCoV-D का एडेप्टिव फेज 1और फेज 2 ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल पहली इंसानी डोज के साथ शुरू हो चुका है। इस मल्टी सेंट्रिक स्टडी में वैक्सीन की सेफ्टी, टॉलेरेबिलिटी (सहनशीलता) और इम्यूनोजेनिसिटी (प्रतिरक्षाजनकता) का आकलन किया जाएगा।