मीडिया को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की खबर दिखाने से फुर्सत नहीं है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ देश की राजधानी दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे की नींव रखी जा रही है। जाफराबाद, मौजपुर और सीलमपुर में दंगाई खुलेआम सड़कों पर नंगा नाच रहे हैं। वे लोग आग लगा रहे हैं और सड़कों पर खुलेआम पत्थरबाजी कर रहे हैं।
पुलिस हेड कोंस्टेबल की मौत बेहद दुःखदायी है। वो भी हम सब में से एक थे।
कृपया हिंसा त्याग दीजिए। इस से किसी का फ़ायदा नहीं। शांति से ही सभी समस्याओं का हल निकलेगा
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 24, 2020
दिल्ली पुलिस पर आरोप है कि वह मामले की गंभीरता को समझने में नाकामयाब रही है। जिसके चलते हालात बेकाबू हो गए है। हालांकि, बताया जा रहा है कि इस उपद्रव में 15 लोग घायल हो चुके हैं। जिसमें दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल रतन लाल की मौत हो चुकी है और एसीपी शाहदरा बुरी तरह घायल हो चुके हैं।
Very distressing news regarding disturbance of peace and harmony in parts of Delhi coming in.
I sincerely urge Hon’ble LG n Hon'ble Union Home Minister to restore law and order n ensure that peace and harmony is maintained. Nobody should be allowed to orchestrate flagrations.— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 24, 2020
जाफराबाद और मौजपुर के मामले में दिल्ली पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि कल रविवार के दिन से ही सीएए को लेकर दो गुट आमने-सामने आ गए थे। एक गुट सीएए का विरोध कर रहा था तो दूसरा उसके समर्थन में आंदोलन कर रहा था। भीम आर्मी के साथ ही बजरंग दल के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए।
जबकि इसमें भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने आग लगाने का काम किया। बताया जा रहा है कि कपिल मिश्रा ने भड़काऊ बयान देते हुए कहा कि अगर जाफराबाद, सीलमपुर और मौजपुर के सीएए समर्थक धरने से नहीं उठे और उन्होंने सड़क खाली नहीं की तो उन्हें जबरन उठाया जाएगा। इसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। और देखते ही देखते दो गुट आमने-सामने आ गए ।
हालांकि, कल किसी तरह मामले को पुलिस ने शांत कर दिया था। लेकिन आज सुबह से ही एक बार फिर उपद्रवियों ने संप्रदायिकता के नाम पर सड़कों पर नंगा नाच शुरू कर दिया। देखते-ही-देखते हिंसा भड़क उठी और एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। यह हिंसा आज 11:00 बजे से शुरू होकर दोपहर 2:00 बजे तक चली।
इस दौरान जाफराबाद में हालात हिंसक हो गए और जनता बेकाबू हो गई। मामले में कई वीडियो वायरल हुई है जिसमें लोग जमकर पत्थरबाजी कर रहे हैं और सड़कों से गुजरने वाले यात्रियों को अपना निशाना बना रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने एक दूसरे गुट पर जमकर पथराव किए। जिसके बाद उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान एक पुलिसकर्मी रतनलाल को गंभीर चोटे आई। उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। लेकिन बताया जा रहा है कि रतनलाल ने दम तोड़ दिया है।
बताया जा रहा है कि शाहीन बाग की तरह यहां भी एक युवक ने खुलेआम फायरिंग की। वह युवक 8 राउंड तक फायरिंग करता रहा और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। इस मामले में दिल्ली पुलिस की हील-हवाली सामने आ रही है। वहीं दूसरी तरफ सुरक्षा की दृष्टि से दिल्ली मेट्रो ने जाफराबाद और मौजपुर तथा बाबरपुर स्टेशनों में मेट्रो के स्टेशन पूरी तरह बंद कर दिए है। यहां से मेट्रो में ना कोई यात्री चढ़ सकता है न उतर सकता है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने इस बाबत ट्वीट करते हुए कहा है कि जाफराबाद और मौजपुर बाबरपुर मेट्रो स्टेशन के प्रवेश व निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। इन स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी।