मध्यप्रदेस के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक युवक दशमत रावत को मुख्यमंत्री आवास बुलाकर खातिरदारी की है। दशमत रावत जी आदिवासी समुदाय से आते हैं। जिनके पैर मुख्यमंत्री ने धोयें हैं। मुख्यमंत्री द्वारा आदिवासी युवक दशमत रावत को माला पहनाया गया और फिर अंग वस्त्र देकर स्वागत किया गया है।
मुख्यमंत्री अनुसार वो ऐसा कर अपनी पीडा बांटने का प्रयास कर रहे हैं ।शिवराज सिंह ने लिखा है कि , “मन दु:खी है; दशमत जी आपकी पीड़ा बांटने का यह प्रयास है, आपसे माफी भी मांगता हूं, मेरे लिए जनता ही भगवान है। दरअसल हाल ही में एक मामला आया था। प्रवेश शुक्ला नाम के एक व्यक्ति ने दशमत रावत पर बीते दिनों पेशाब कर दिया था। जिसका वीडियो भी तेजी से वायरल हुआ था। जिसके बाद से ही प्रवेश शुक्ला की गिफ्तारी की मांग की जा रही थी। घटना के एक दिन बाद ही मध्यप्रदेश पुलिस ने प्रवेश शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया था। प्रवेश शुक्ला की एनएसए के तहत गिरफ्तारी हुई है। गौरतलब है कि शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा था कि आरोपी युवक को गिरफ्तार कर उसके ऊपर ‘एनएसए’ लगाया जाएगा।
क्या है एनएसए
एनएसए एक ऐसा कानून है जो सरकार को किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की गिरफ्तारी की शक्ति देता है। सरकार को यदि लगता है कि कोई शख्स देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले कामों को करने से उसे रोक रहा है, तो उस शख्स को गिरफ्तार कर सकती है। इस कानून का इस्तेमाल जिला अधिकारी, पुलिस आयुक्त, राज्य सरकार अपने सीमित दायरे में भी कर सकती है।
इस घटना के बाद राजनीतिक सियासत गरमा गई। घटना के बाद विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर जमकर हमला किया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव सहित तमाम कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर इस घटना की घोर निंदा की है।