बुलंदशहर के खुर्जा नगर से पिछले 5 दिन से अधिवक्ता धर्मेंद्र चौधरी की रहस्यमय गुमशुदगी से कई सवाल खड़े हो गए हैं। जिस तरह से प्रदेश में अपहरण का कारोबार फल-फूल रहा है, कहीं अधिवक्ता चौधरी का भी तो अपहरण नहीं हो गया। फिलहाल अधिवक्ता के परिजन अपहरण की आशंका से भयभीत है । हालांकि बुलंदशहर पुलिस इस मामले में काफी जांच पड़ताल कर रही है। यहां तक की मेरठ जोन के आईजी प्रवीण कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे थे। लेकिन अभी तक अधिवक्ता का कोई सुराग नहीं लगा है।
खुर्जा की गुलशन विहार कॉलोनी में रहने वाले अधिवक्ता धर्मेंद्र चौधरी पुत्र साहब सिंह शनिवार को घर से मोटरसाइकिल पर निकले थे। शाम तक भी वह जब घर नहीं पहुंचे तो उनकी पत्नी ने उनके भाई को फोन करके बताया। अधिवक्ता धर्मेंद्र चौधरी के भाई जितेंद्र ने उनके सभी परिचितों से बात की । लेकिन कहीं से भी कोई सुराग नहीं मिला। सभी परिचितों ने उनके पास अधिवक्ता धर्मेंद्र चौधरी के आने का मना कर दिया।
इसके अगले दिन रविवार को अधिवक्ता की बाइक खबरा गांव के नजदीक लावारिश हालत में पाई गई। बाद में खुर्जा पुलिस ने डॉग स्क्वॉड की सहायता से जहां बाइक बरामद हुई उस घटनास्थल का दौरा किया। कपड़ों की सुगंध के आधार पर डॉग स्क्वायड ऐसे स्थान पर पहुंचे जहां घना जंगल और ज्वार के खेत थे।
बताया जा रहा है कि अधिवक्ता धर्मेंद्र चौधरी के गांव फतेहपुर बुजुर्ग के करीब डेढ़ सौ युवक घटनास्थल पर पहुंच गए थे। जहां पर उन्होंने खेत और घने जंगलों में पुलिस के साथ काबिन्ग की । लेकिन चौधरी का कहीं पता नहीं मिला। 2 दिन पूर्व मेरठ जोन के आईजी प्रवीण कुमार भी उसी स्थान पर पहुंचे जहां पर धर्मेंद्र चौधरी की बाइक बरामद हुई थी। वहां उन्होंने एसएसपी संतोष कुमार सिंह सहित पुलिस के सभी आला अधिकारियों को अधिवक्ता को जल्द ही ढूंढने के आदेश दिए।
उधर दूसरी तरफ लापता अधिवक्ता के परिजनों ने धर्मेंद्र चौधरी के अपहरण की आशंका जताई है। धर्मेंद्र चौधरी के भाई जितेंद्र चौधरी का कहना है कि प्रदेश में जिस तरह अपराध बढ़ रहा है और अपहरणकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं, ऐसे में कहीं उनके भाई का अपहरण न कर लिया गया हो। हालांकि अपहरण की यह बात तब तक पुख्ता नहीं हो सकती जब तक कि फिरौती के लिए कोई फोन परिजनों के पास ना आए। सूचना के आधार पर अभी तक परिजनों के पास किसी फिरौती आदि के लिए कोई फोन नहीं आया है। यह भी हो सकता है कि पुलिस की सक्रियता के चलते अपराधी अपहरण या फिरौती वसूलने की अंजाम तक नही पहुंचा पाया हो।
दूसरी तरफ सुनने में आ रहा है कि वकालत में कम काम चलने के कारण अधिवक्ता धर्मेंद्र चौधरी प्रॉपर्टी डीलिंग का भी काम करते थे । जिसमें वह अक्सर डीलरों के साथ उठते बैठते थे । पिछले दिनों ही उन्होंने एक बड़ी डील कराई थी । पुलिस इस मामले से भी तार जोड़कर देख रही है। बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि अभी मामले की जांच की जा रही है। अपहरण आदि की आशंका हो सकती है। इस दृष्टिकोण से भी जांच की जा रही है।