भाजपा का अभी तक मुलायम सिंह यादव के प्रति मोह चला आ रहा था। लेकिन पिछले दिनों मुलायम सिंह यादव के द्वारा आजम खान के मुद्दे पर भाजपा की घेराबंदी योगी को शायद रास नहीं आई। आज सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए भाजपा ने मुलायम सिंह के लोहिया ट्रस्ट को खाली करा लिया।
प्रदेश के राज्य संपत्ति विभाग ने कार्रवाई करते हुए कड़ी सुरक्षा के बीच लोहिया ट्रस्ट को अपने कब्जे में ले लिया है । बता दें कि समाजवादी पार्टी के लोहिया ट्रस्ट को सपा संरक्षक मुलायम सिंह ने बनाया था । इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे सभी सरकारी बंगलों को खाली कराने का आदेश सरकार को दिया था जो सरकारी खर्चे पर चल रहे थे, और सरकारी आवंटन किया गया था । इसके पहले कई सारे बंगले खाली हुए थे और अब समाजवादी पार्टी का यह लोहिया ट्रस्ट भी खाली हो गया है ।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राज्य संपत्ति विभाग उत्तर प्रदेश के छह पूर्व मुख्यमंत्रियों से सरकारी बंगला खाली करवाने का आदेश दिए थे । विभाग की तरफ से सबको 15 दिन के भीतर बंगला खाली करने का नोटिस भी भेजा गया था ।
याद रहे कि 28 मई 2018 को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने लखनऊ में अपने सरकारी बंगले खाली करने के लिये ‘उचित’ समय देने का उच्चतम न्यायालय से अनुरोध किया था।
शीर्ष अदालत के सात मई के फैसले के संदर्भ में मुलायम सिंह यादव ने यह आवेदन दायर किया था। शीर्ष अदालत ने पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगले आबंटित करने के लिये संबंधित कानून में किया गया संशोधन निरस्त कर दिया था। इस फैसले के बाद उत्तर प्रदेश के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगले खाली करने हैं।
शीर्ष अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद सरकारी आवास अपने पास नहीं रख सकते। न्यायालय ने कहा था कि पद से हटने के बाद मुख्यमंत्री भी आम जनता के समान ही होता है।
न्यायालय ने कहा था कि मुख्यमंत्री सरकारी बंगले जैसी सार्वजनिक संपत्ति पर काबिज नहीं रह सकते हैं क्योंकि यह देश की जनता की संपत्ति है।