ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति से बड़ी पार्टी या संस्था होती है। व्यक्ति उससे अलग होकर कमजोर पड़ जाता है। उसके कुछ अपवाद भी हो सकते हैं। भाजपा से अलग होकर उमा भारती-कल्याण सिंह ने भी पार्टी बनाई थी और उसके अंजाम हमें-आपको पता है।
प्रवीण तोगड़िया सीधे भाजपा संगठन में उस तरह से नहीं रहे लेकिन उन्होंने प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा को जबर्दस्त ढंग से मदद की। एक जमाने में वे हिंदुत्व के प्रतीक माने जाने लगे थे। उनकी पहचान एक फायर ब्रांड नेता की थी। लेकिन भाजपा-मोदी युग आते ही प्रवीण तोगड़िया हाशिये पर चल गए। मोदी ने हिंदुत्व की उनसे बड़ी और गहरी लकीर खिंच दी। लोग उनको भूल गए थे कि अचानक पिछले दिनों उनका प्रकटीकरण हुआ। अब वही प्रवीण तोगड़िया नई राजनीतिक पार्टी बनाने जा रहे हैं। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम भी भाजपा की तर्ज पर अंतरराष्ट्रीय जनता पार्टी रखा है। उनकी यह नई पार्टी आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
प्रवीण तोगड़िया के एजेंडे पर सबसे पहले राम मंदिर है। उन्होंने नई पार्टी के एलान के साथ ही सभ्ज्ञी सीटों पर लड़ने और सरकार बनाने के तीन महीने के भीतर ही राम मंदिर निर्माण का दावा भी किया। साथ ही अल्पसंख्यक जनसंख्या नियंत्रण पर कानून बनाएंगे। माना जा रहा है कि पहले से ही उत्तर प्रदेश में मुश्किलों से घिरी भाजपा के लिए प्रवीण तोगड़िया ने नई मुसीबत पैदा कर दी। वे भाजपा के ही वोट काटेंगे।