उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 4 साल बाद प्रदेश कार्य समिति की बैठक हुई। जिसमें कई अहम फैसले लिए गए । हालांकि यह कार्य समिति बैठक मिशन 2022 के मद्देनजर बुलाई गई थी। लेकिन इस बैठक में भाजपा के संगठन ने यूपी के पंचायत चुनाव में दावेदारी कर रहे पदाधिकारियों के अरमानों पर पानी फेर दिया। मंच से जब कार्यसमिति ने फैसला लिया कि प्रदेश में कोई भी पार्टी का पदाधिकारी पंचायत चुनाव नहीं लड़ सकेगा तो वहां मौजूद पदाधिकारियों के अरमानों पर पानी फिर गया।
यह फरमान सुनते ही भाजपा के पदाधिकारियों के वह सपने भी चकनाचूर हो गए, जिसमें वह पंचायत चुनाव में प्रतिनिधित्व करने के लिए उतावले हो रहे थे। इसी के साथ ही प्रदेश कार्यसमिति की इस बैठक में यह भी फरमान जारी किया गया कि पार्टी के पदाधिकारियों के परिवार भी चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।
इसी के साथ ही चुनाव में बहुत पहले से ही तैयारी कर रहे पदाधिकारी अपना सा मुंह लेकर लखनऊ से लौटे । भाजपा के वह नेता जिनके पास पद है वह चुनाव नहीं लड़ सकेंगे । साथ ही कार्य समिति में यह भी फैसला लिया गया कि अगर कोई पदाधिकारी चुनाव लड़ना चाहे तो वह पहले अपने पद से इस्तीफा देगा। यानी कि या तो वह पदाधिकारी ही रहेगा या वह पंचायत चुनाव में मैदान में उतर सकेगा।
इस कार्यसमिति में इस महत्वपूर्ण फैसले के अलावा योगी सरकार के 4 साल के कार्यकाल पूरे होने पर जनता तक उनकी उपलब्धियों को पहुंचाने के लिए भी कहा गया है। कार्यसमिति में यह भी दावा किया गया कि भाजपा सरकार पूरे दमखम के साथ 3051 जिला पंचायत सदस्यों के पद के लिए चुनाव लड़ेगी। यही नहीं बल्कि 826 ब्लाक प्रमुख पद पर भी भाजपा अपने प्रत्याशी उतारेगी । जबकि बीडीसी और प्रधान पद पर भाजपा चुनाव लड़ रहे लोगों को समर्थन दे सकती है ।
इस तरह भाजपा अब गांव – गांव, बूथ – बूथ, तक अपनी राजनीति का डंका बजाने के लिए उतावली दिख रही है। पहले जिला पंचायत सदस्य या ब्लॉक प्रमुख पद पर पार्टी अपने प्रत्याशी नहीं उतारती थी । बल्कि उनको समर्थन दिया जाता था । इस बार यह समर्थन सिस्टम महज बीडीसी और ग्राम प्रधानों पर ही लागू रहेगा।
इस कार्यसमिति की बैठक का शुभारंभ लखनऊ के सांसद और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया । साथ में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य और स्वामी प्रसाद मौर्य , भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहे। इस कार्यसमिति बैठक में 600 नेताओं की मौजूदगी रही।