2012 में कर्नाटक विधानसभा का सत्र चल रहा था। तब कैमरों की नजर तीन विधायकों पर गई । वो तीनों विधायक अपने मोबाइल पर पॉर्न देख रहे थे । इनमें से एक विधायक थे- लक्ष्मण सावदी । इनकी तस्वीरें सामने आने पर विपक्ष ने खूब हंगामा किया, जिसके बाद तीनों विधायकों को इस्तीफा देना पड़ा था।
सावदी के अलावा सीसी पाटिल और कृष्णा पालेमर ने भी इस्तीफा दिया था । सावदी ने सफाई देते हुए कहा था कि वो शिक्षा के उद्देश्य से ‘पॉर्न’ देख रहे थे ताकि वो रेव पार्टी के बारे में जान सकें और बता दें ।
चौंकाने वाली बात यह है कि सात साल पहले कर्नाटक विधानसभा में पॉर्न देखते जो विधायक पकड़े गए थे अब वह येदियुरप्पा सरकार में कर्नाटक के डिप्टी सीएम बन चुके है ।
गौरतलब है कि इस बार कर्नाटक के सीएम येदियुरप्पा के मंत्रिमंडल में तीन उप मुख्यमंत्री बनाए गए हैं । जिनमें से एक वही बीजेपी नेता हैं जिन्हें पोर्न देखते हुए पाया गया था। बीजेपी के इस फैसले से कर्नाटक की राजनीति में उथल पुथल मच चुकी है। खुद बीजेपी विधायक रेणुकाचार्य ने सवाल उठाया है और कहा कि ऐसी भी क्या जरूरत थी कि एक पोर्न देखने वाले को डिप्टी सीएम बनाया गया।
याद रहे कि कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने आज ही कैबिनेट का विस्तार किया है । इस मंत्रीमंडल में 17 नए मंत्रियों को शामिल गया है।
लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि विधानसभा में पोर्न देखने वाले विधायक लक्ष्मण सावदी को बीजेपी ने डिप्टी सीएम बनाया है। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि बीजेपी में कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है।
क्योंकि जब यह घटना हुई थी तब न केवल बीजेपी ने भी इस घटना की अलोचना की थी बल्कि सावदी को हटा दिया गया था। वहीं बीजेपी के इस फैसले को लेकर अब पार्टी में ही सवाल उठने लगा है।