जीवन जीने और अपनी भूख मिटाने के लिए विश्व आज भी किसानों पर निर्भर है। लेकिन जो किसान दूसरों के जीवन का सहारा बनते हैं उनका जीवन आज भी अँधेरे में है। खराब जलवायु, महंगाई और मंदी जैसे कई कारणों से परेशान हो कर आये दिन किसानों की आत्महत्या आत्महत्या के मामले सामने आते रहते हैं। सरकार भी लगतार किसानों की बढ़ती आत्महत्या दर को कम करने का प्रयास कर रही है। लेकिन हालही में उत्तर प्रदेश के कानपूर जिले से किसान बाबू सिंह यादव, की आत्महत्या का ऐसा मामला सामने आया जहाँ बीजेपी नेता खुद एक किसान की आत्महत्या का कारण बन गए हैं। किसान ने ट्रेन के आगे कूद कर खुद को मौत के घाट उतार दिया। अपने आपको खत्म करने से पहले किसान ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पत्र लिखा। जिसमें उसने बीजेपी नेता की क्रूरता की दास्तां लिखकर कार्रवाई की मांग की है।
सुसाइड नोट में झलका दर्द
किसान ने अपने सुसाइड लैटर में किसान ने लिखा है कि, ‘बीजेपी नेता प्रिया रंजन आशु दिवाकर ने उसे 6 करोड़ 29 लाख की फर्जी चेक देकर उसकी 6.5 बीघा जमीन हड़प ली थी। जिसके बारे में उसने पुलिस में जाकर शिकायत भी की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसलिए सुसाइड कर रहा हूं। हो सके तो बच्चों को न्याय मिले।
माननीय योगी जी सरकार से मेरी शिकायत है कि आपके राज्य में आपकी पार्टी के ही सदस्य, आपका ही कानून नहीं मानते। आपकी केन्द्र सरकार ने लागू किया था कि कोई भी लेनदेन 20 हजार से ऊपर का रजिस्ट्री से होगा। मुझे 6 करोड़ 29 लाख की फर्जी चेक देकर मेरी छह बीघा जमीन ले ली गई और बाद में जबरन चेक छीन भी ली और क्या लिखूं। लिखने को तो बहुत कुछ है। लेकिन कुछ मतलब नहीं बना। सारे फोटो फोन में हैं। आत्महत्या के जिम्मेदार प्रिय रंजन दिवाकर, बबलू यादव है। हो सके तो आप बच्चों को न्याय दिलवा दीजिएगा।’
किसान के भतीजे धमेंद्र का कहना है की बीजेपी नेता ने चाचा को साढ़े छह करोड़ का चेक दिया था। चाचा ने जब विरोध किया और पुलिस में शिकायत करने की बात कही तो बीजेपी नेता अपने गुंडों के साथ घर आया। चाचा से उसने चेक छीन लिया और जब परिवार के लोगों ने इस बात को लेकर हंगामा किया, तो सात लाख देकर मुंह बंद रखने को कहा। यह धमकी भी दी कि ज्यादा बोले तो पूरे परिवार को मरवा दूंगा। चाचा ने बीते छह महीने से अपनी जमीन के रुपए पाने के लिए थानेदार से लेकर डीसीपी और पुलिस कमिश्नर दफ्तर के चक्कर काटे, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई।
जवाब देने से बच रहे हैं अफसर
किसान की मौत के बाद परिवार वालों की तहरीर पर पुलिस ने बीजेपी नेता समेत 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। जिसमें बीजेपी नेता डॉ प्रिया रंजन, आशु दिवाकर ड्राइवर, बबलू यादव, राहुल जैन, मधुर पांडे शिवम चौहान और मृतक के भतीजे जितेन शामिल हैं। फिलहाल पुलिस ने एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। अफसर पूरे मामले में बयान देने से भी बच रहे हैं।
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