तमिलनाडु के त्रिची जिले में भारतीय जनता पार्टी की कार्यवाहक विजया रघु की बीते सोमवार को हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार, 40 वर्षीय विजया पर दरांती से हमला किया गया। हत्या को त्रिची जिले के पलकराई में गाँधी मार्किट गेट पर अंजाम दिया गया।
बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने हत्यारे की जल्द गिरफ्तारी के लिए महात्मा गाँधी अस्पताल के बाहर धरना दिया। धरने के दौरान प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल के मुख्य मार्गों को रोक दिया जिसके कारण कई एबुलेंस की आवाजाही में दिक्कत आई। इसी अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया गया था।
धरने के दौरान कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन और अस्पताल प्रशासन से गिरफ्तारी को लेकर शीघ्र प्रतिक्रिया मांगी है। पुलिस ने भीड़ को बढ़ते देख अस्पताल के दरवाजे बंद कर दिए। इसके बावजूद भी इनमें से कई लोगों ने अंदर घुसने की कोशिश की। इसके कारण बात हाथापाई तक पहुंच गई। लेकिन इसपर काबू पा लिया गया।
हत्या के बाद राज्य भाजपा के उपाध्य्क्ष सुब्रमण्यम ने कहा कि रघु की हत्या नागरिकता संसोधन कानून का समर्थन करने के चलते की गई है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा, “वह हमेशा सीएए समर्थक रैलियों के दौरान उत्साह से भागीदारी करते थे। शायद उनकी मौत उनकी गतिविधियों के प्रति असहिष्णुता के कारण हो सकती थी।”
पुलिस कत्ल में शामिल मिट्टई बाबू और चार लोगों की तलाश में जुटी हुई है। घटनास्थल से सीसीटीवी जुटाए गए हैं। फुटेज के आधार पर ही पुलिस जांच कर रही है। सूत्रों के हवाले से यह भी कहा जा रहा है कि मिट्टई बाबू और रघु के बेटी के बीच कोई रिश्ता था। आरोपियों को पकड़ने के लिए चार विशेष टीमें बनाई गई हैं।