वर्तमान में संघ ने भाजपा को अपने 40 प्रचारक पूर्णकालिक सौंपे हैं। इन प्रचारकों को संघ के दायित्वों से मुक्त कर भाजपा के लिए काम करना होता है। नड्डा की टीम में ऐसे ही एक प्रचारक राम माधव को नहीं जगह मिलने से कयास लगने लगे थे कि मोदी-शाह काल में संघ के प्रभाव को कम किया जा रहा है। खबर है कि संघ के प्रचारकों को टीम नड्डा में महत्वपूर्ण जगहों पर बैठाया जाएगा। इसकी शुरुआत सौदान सिंह को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ का प्रभारी बनाकर कर दी गई है। इतना ही नहीं खांटी संघी शिव प्रकाश का कद भी टीम नड्डा में बढ़ाया गया है। उन्हें महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश जैसे बड़े राज्यों का प्रभार दिया गया है। खबर यह भी जोरों पर है कि नड्डा संघ प्रमुख से मिलकर कुछ अन्य कर्मठ प्रचारकों को भाजपा के लिए मांग सकते हैं
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को भाजपा की रीढ़ माना जाता है। 95 बरस के संघ और 40 बरस की भाजपा के मध्य कई बार तनाव के समाचार सुनने को मिलते रहे हैं। जब 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में केंद्र की सत्ता में भाजपा काबिज हुई थी तब कई बार चर्चाओं का बाजार कर्म हुआ था कि अटल और संघ में आर्थिक उदारीकरण को लेकर तनाव बढ़ रहा है। उन दिनों अटल जी के डिप्टी लालकृष्ण आडवाणी संघ के ज्यादा करीब बताए जाते थे। 2009 में लेकिन आडवाणी ने जब पाकिस्तान जाकर जिन्ना की मजार पर सिजदा किया, संघ आडवाणी से नाराज हो बैठा। मोदी-शाह के काल में भी ऐसी खबरें लगातार सुनने को मिलती रही हैं। जब जयप्रकाश नड्डा को कमान मिली तो उनकी पहली टीम में संघ के खालिस प्रचारकों की कमी सभी ने नोट की। दरअसल, वर्तमान में संघ ने भाजपा को अपने 40 प्रचारक पूर्णकालिक सौंपे हैं। इन प्रचारकों को संघ के दायित्वों से मुक्त कर भाजपा के लिए काम करना होता है। नड्डा की टीम में ऐसे ही एक प्रचारक राम माधव को नहीं जगह मिलने से कयास लगने लगे थे कि मोदी-शाह काल में संघ के प्रभाव को कम किया जा रहा है। भाजपा में संगठन महामंत्री का पद खासा महत्वपूर्ण होता है। 1980 यानी अपने जन्म वर्ष से ही इस पद पर संघ द्वारा भेजे गए प्रचारकों में से एक की नियुक्ति होती आई है। संघ के प्रचारक बी.एल. संतोष नड्डा की टीम में इस पद पर हैं। राममाधव को हाशिए में डालने के बाद उठ रहे सवालों पर अब नड्डा ने विराम लगाने का निर्णय लिया है। खबर है कि संघ के प्रचारकों को टीम नड्डा में महत्वपूर्ण जगहों पर बैठाया जाएगा। इसकी शुरुआत सौदान सिंह को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ का प्रभारी बनाकर कर दी गई है। इतना ही नहीं खांटी संघी शिव प्रकाश का कद भी टीम नड्डा में बढ़ाया गया है। उन्हें महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश जैसे बड़े राज्यों का प्रभार दिया गया है। खबर यह भी जोरों पर है कि नड्डा संघ प्रमुख से मिलकर कुछ अन्य कर्मठ प्रचारकों को भाजपा के लिए मांग सकते हैं। किसान आंदोलन से बैकफुट पर आई भाजपा को एक बार फिर से संघ की शरण में जाने पर विवश होना पड़ा। मोदी-शाह के दौर में किनारे कर दिए गए कई बड़े भाजपा नेताओं के लिए राहत की खबर बताई जा रही है।