पिछले 6 माह से किसान आंदोलन में अपने तेवर दिखा रही भारतीय किसान यूनियन अब वेस्ट यूपी के जिला पंचायत चुनावों में भाजपा को आईना दिखाने पर अड़ी हुई है। भारतीय किसान यूनियन ने मुजफ्फरनगर में भाजपा के सीनियर लीडर और केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान के घर में सेंधमारी कर दी है। युनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने एक तीर से दो निशाने साध दिए हैं।
पहला यह है कि वह यह संदेश देने में कामयाब हुए हैं कि अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारतीय किसान यूनियन भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष चुनावों में पार्टी प्रत्याशियों का खेल बिगाड़ने का खेल शुरू कर चुकी है। जिसमें भाजपा के कई जिला पंचायत अध्यक्ष उम्मीदवार की हार सुनिश्चित हैं। इसी के साथ दूसरा निशाना भाजपा के केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान पर है। जहां भारतीय किसान यूनियन ने उनके चचेरे भाई सत्येंद्र बालियान को भाजपा के खेमे से दूर करने की चाल चल दी है। जिसके तहत बालियान के चचेरे भाई को टिकैत ने जिला पंचायत अध्यक्ष का उम्मीदवार बना दिया है।
जबकि मुजफ्फरनगर में भाजपा पहले से ही अपनी पार्टी का कैंडिडेट डॉक्टर वीरपाल निर्वाल को घोषित कर चुकी हैं। फिलहाल भाजपा के केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान के चचेरे भाई सत्येंद्र बालियान संयुक्त विपक्ष के का कैंडिडेट घोषित कर दिए गए है। यही नहीं बल्कि टिकैत ने इस चुनाव में जाट और मुस्लिम फैक्टर का प्रयोग भी किया है।
जाट मुस्लिम फैक्टर के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में ढाई ढाई साल के दो कार्यकाल रहेंगे। जिसमें पहले ढाई साल सत्येंद्र बालियान जिला पंचायत अध्यक्ष रहेंगे । जबकि दूसरे ढाई साल सईदुज्जमा की पत्नी तहसीन बानों को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया जाएगा।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने संयुक्त विपक्ष की एकता का प्रदर्शन करते हुए मुजफ्फरनगर जिले के 21 जिला पंचायत सदस्यों को अपने कैंडिडेट के पक्ष में कर लिया है। इससे भाजपा में बेचैनी देखी जा रही है। उधर, दूसरी तरफ इस मामले में भाजपा के केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने यह कहकर मामले को दूसरा मोड़ दे दिया है कि सत्येंद्र बालियान से मेरा बहुत लगाव है। परिवार अपनी जगह है और राजनीति अपनी जगह। अगर सत्येंद्र बालियान दूसरी पार्टी में रहकर जनता के लिए कुछ करना चाहते हैं इसके लिए नहीं स्वतंत्र है।