हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) से गठबंधन तोड़ने के बाद बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती ने सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। लेकिन राज्य के दिग्गज कांग्रेस नेता और दो बार सीएम रहे भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मायावती की मुलाकात के बाद नई सियासी सुगबुगाहट दिख रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीएसपी के बीच गठबंधन हो सकता है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा और बीएसपी सुप्रीमो मायावती के बीच नई दिल्ली में बंद कमरे में बैठक होने के बाद प्रदेश में कांग्रेस और बीएसपी के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन के अनुमान लगाए जा रहे हैं। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक यह जानकारी मिली कि कल रविवार रात लगभग आधे घंटे चली बैठक में कांग्रेस की नई प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा भी मौजूद रहीं।
इस बीच हरियाणा बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश भारती ने भी संकेत दिए हैं कि बीएसपी राज्य में किसी अन्य दल से गठबंधन कर सकती है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य की 90 विधानसभा सीटों पर अक्टूबर में होने जा रहे चुनाव में दोनों पार्टियों में गठबंधन पर सहमति बन सकती है।यह बैठक बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो द्वारा पिछले सप्ताह भारतीय राष्ट्रीय लोक दल (आईएनएलडी) से अलग होकर दुष्यंत चौटाला की अगुआई में बने जननायक जनता पार्टी (जजपा) से चुनाव पूर्व गठबंधन तोड़ने के बीच हुई है।
जजपा ने बसपा को 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया था, जिसे बसपा ने ठुकरा दिया।गठबंधन खत्म करने की घोषणा करते हुए मायावती ने कहा था “कि सीट-बंटवारे के मामले में प्रस्तावित समझौते में चौटाला की मांग अनुचित थी।“
चुनावी बिगुल बजाते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कल रविवार को रोहतक में एक सार्वजनिक सभा में ना सिर्फ मोदी सरकार 2.0 के 100 दिनों का रिपोर्ट कार्ड पेश किया, बल्कि भ्रष्टाचार और वंशवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए मनोहर लाल खट्टर की सरकार की भी प्रशंसा की।जहां मुख्य विपक्षी आईएनएलडी के ज्यादातर विधायकों और नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बाद उसकी ताकत कम हो गई है, वहीं राज्य में 2014 तक लगातार दो बार सरकार बनाने वाली कांग्रेस में अंदरूनी कलह जारी हैं।
पहली बार विधायक बने खट्टर राज्य में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री हैं और उनका लक्ष्य चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन को सुधारकर 48 से ज्यादा सीटें दिलाना होगा।