महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर शुरू हुआ सियासी घमासान अब चरम पर पहुंच गया है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होने इसके लिए विद्वान अधिवक्ताओ से बातचीत शुरू कर दी है।
वहीं, शिवसेना ने साफ कर दिया है कि अगर महाराष्ट्र में तय समय से पहले राष्ट्रपति शासन लगता है तो वह सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी। यही नहीं शिवसेना ने इसके लिए वरिष्ठ अधिवक्ता और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल से संपर्क साधा है। शिवसेना ने कहा कि वह महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन वाले केंद्र के फैसले को चुनौती देगी।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद से यहां सत्ता पर काबिज होने के लिए घमासान मचा हुआ है। चुनाव में बड़े दल के रूप में उभर कर आने के चलते राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भारतीय जनता पार्टी को सरकार गठन का न्यौता दिया था, लेकिन उसने सरकार बनाने से साफ इनकार कर दिया ।जिसके बाद राज्यपाल ने दूसरे नंबर की पार्टी शिवसेना को सरकार बनाने का निमंत्रण दिया था।
अब जबकि शिवसेना भी सरकार बनाने में असमर्थ साबित हुई तो राज्यपाल ने तीसरे नंबर की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को निमंत्रित किया है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इमरजेंसी केबिनेट बैठक बुलाई है। इस बैठक में मोदी केबिनेट की सभी मंत्री हिस्सा लेंगे। माना जा रहा है कि बैठक में महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने का फैसला लिया जा सकता है।