राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद मामले में कल हुई सुनवाई के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव धवन ने यह कहकर कोर्ट समेत सभी को सकते में डाल दिया कि बुधवार के दिन सुप्रीम कोर्ट के परिसर में उनके सहायकों संग बदतमीजी और धक्का-मुक्की की गई। धवन ने न्यायमूर्ति रंजन गोगोई, एसए बोबड़े और एस ़अब्दुल नजीर की पीठ को यह जानकारी दी। बकौल धवन मुस्लिम पक्ष का वकील होने के नाते उनके साथियों को धमकाया गया, वह भी सुप्रीम कोर्ट के परिसर में। धवन ने बगैर नाम लिए कोर्ट को यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश के एक मंत्री कह रहे हैं कि ‘जगह हमारी है, मंदिर हमारा है और सुप्रीम कोर्ट भी हमारी है’ सुप्रीम कोर्ट ने इस पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है।
‘‘बीजेपी द्वारा किया गया अयोध्या में राम मंदिर का वादा पूरा होगा, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट हमारा है, न्यायपालिका प्रशासन, राष्ट्र यहां तक कि राम मंदिर भी हमारा है।’’ हालांकि बाद में मंत्री महोदय ने इस पर सुफाई देते हुए कहा था कि वे कहना चाहते थे कि शीर्ष अदालत देश के लोगों की है।
उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी का 2018 में दिया गया बयान
मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रंजन गोगोई ने कहा कि ‘‘इस देश में ऐसा नहीं होना चाहिए। दोनों पक्ष अपनी बात रखने के लिए स्वतंत्र हैं। उन पर किसी प्रकार का दबाव नहीं है।’’ दरअसल राजीव धवन ने कोर्ट में जिन मंत्री का नाम नहीं लिया वे उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा हैं। वर्मा ने 2018 में यह विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था। ‘‘बीजेपी द्वारा किया गया अयोध्या में राम मंदिर का वादा पूरा होगा, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट हमारा है, न्यायपालिका प्रशासन, राष्ट्र यहां तक कि राम मंदिर भी हमारा है।’’ हालांकि बाद में मंत्री महोदय ने इस पर सुफाई देते हुए कहा था कि वे कहना चाहते थे कि शीर्ष अदालत देश के लोगों की है।