झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) का विलय भाजपा में 17 फरवरी को विलय हो जाएगा। इस बात की घोषणा पार्टी के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने की है। रांची में मरांडी ने पत्रकारों को संबोधिक करते हुए कहा कि केंद्रीय समिति ने पार्टी का विलय भाजपा करने की सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी है।
मरांडी ने कहा, “केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा 17 फरवरी को यहां प्रभात तारा मैदान में विलय समारोह में उपस्थित रहेंगे।” उन्होंने बताया कि केंद्रीय समिति ने पार्टी के विधायकों प्रदीप यादव और बंधु तिर्की के निष्कासन की भी मंजूरी दे दी है। पिछले सप्ताह पार्टी ने प्रदीप यादव को झारखंड विकास मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया था।
Jharkhand Vikas Morcha (JVM) chief Babulal Marandi: Today in the party meeting, the proposal of merging our party with BJP has been passed with the agreement of all party workers. The function will be held on 17 February in which our workers and BJP will be present. pic.twitter.com/tw4oIcCMev
— ANI (@ANI) February 11, 2020
इसकी वजह ये थी कि उन्होंने नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी। इसके बाद से ये अटकले तेज हैं कि ये दोनों विधायक कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। उससे पहले बंधु तिर्की को भी पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
बताया जा रहा है कि झाविमो का भाजपा में विलय के बाद झारखंड में बाबूलाल मरांडी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है। माना ये भी जा रहा है कि मरांडी को जिम्मेवारी देने के बाद रघुवर दास को केंद्रीय राजनीति में बुलाया जा सकता है।
बीते झारखंड विधानसभा चुनाव में झाविमो ने तीन सीट जीती थीं जिसमें प्रदीप यादव, बंधु तिर्की के अलावा स्वयं मरांडी भी थे। बता दें कि बिहार से अलग होकर साल 2000 में झारखंड एक नया प्रदेश बना था। राज्य विभान के बाद मरांडी झारखंड के पहले मुख्यमंत्री बने थे। उस समय भी बाबूलाल मरांडी भाजपा के दिग्गज नेता माने जाते थे।