‘रिपब्लिक भारत’ चैनल के मालिक अर्णव गोस्वामी पर भारत में नफ़रत और धार्मिक घृणा फैलाने का आरोप लगता रहा है। अब उन्हीं आरोपों की पुष्टि ब्रिटेन की प्रसारण नियामक ने की है।दरअसल ब्रिटेन के प्रसारण नियामक ने अर्णव गोस्वामी पर भारी जुर्माना लगाया है। वह भी नफ़रत और असहिष्णुता फैलाने के लिए ही।
उन्हें अब 20 हज़ार पाउंड यानी क़रीब 19 लाख रुपये चुकाने होंगे। ब्रिटेन के संचार नियामक कार्यालय यानी ऑफ़कॉम ने 22 दिसम्बर को यह जानकारी विभिन्न मीडिया संस्थानों को दी।इस पूरे मामले पर ऑफ़कॉम का कहना है कि, “रिपब्लिक भारत चैनल ने नफ़रत फैलाई, असहिष्णुता को बढ़ावा दिया, आक्रामक भाषा का इस्तेमाल किया। इसने व्यक्तियों, समूहों, धर्मों या समुदायों से अपमानजनक और आपत्तिजनक व्यवहार किया और पाकिस्तान के लोगों के ख़िलाफ़ टिप्पणी की।”
चैनल ने नफ़रत फैलाई, असहिष्णुता को बढ़ावा दिया
ऑफ़कॉम ने आगे कहा कि, “रिपब्लिक भारत चैनल ने नफ़रत फैलाई, असहिष्णुता को बढ़ावा दिया, आक्रामक भाषा का इस्तेमाल किया। इसने व्यक्तियों, समूहों, धर्मों या समुदायों से अपमानजनक और आपत्तिजनक व्यवहार किया और पाकिस्तान के लोगों के ख़िलाफ़ टिप्पणी की।”
हालांकि ऑफ़कॉम ने ब्रिटेन में जिन मामलों में अर्णब गोस्वामी के रिपब्लिक भारत चैनल को दोषी ठहराया है उससे कहीं ज़्यादा आरोप भारत में ही रिपब्लिक भारत पर लगते रहे हैं। लेकिन भारत में चैनल को ऐसे किसी मामले में अब तक दोषी नहीं पाया गया है। ऑफ़कॉम ने रिपब्लिक भारत चैनल के शो ‘पूछता है भारत’ के एक एपिसोड का ज़िक्र किया है। वह कार्यक्रम 6 सितंबर 2019 को प्रसारित हुआ था। ब्रिटेन में लाइसेंसधारी वर्ल्डव्यू मीडिया नेटवर्क लिमिटेड ‘रिपब्लिक भारत’ को प्रसारित करता है। अब उसे भी ऑफ़कॉम के निष्कर्षों के बयान को प्रसारित करना ज़रूरी होगा।
ब्रिटेन में उस कार्यक्रम को दोहराने पर रोक होगी। रिपब्लिक भारत चैनल पर 6 सितंबर, 2019 को दिखाए गए एक एपिसोड में एंकर और उनके कुछ मेहमानों द्वारा ऐसी टिप्पणी की गई जो पाकिस्तानी लोगों के ख़िलाफ़ अभद्र भाषा थी और पाकिस्तानी लोगों के लिए अपमानजनक व्यवहार था।
रिपब्लिक भारत चैनल के शो को लेकर आपत्ति
जिस शो को लेकर आपत्ति हुई थी वह 35 मिनट की एक चर्चा थी जो भारत के चंद्रयान मिशन पर थी। लेकिन कार्यक्रम में बढ़चढ़कर यह बताने की कोशिश की गई कि कैसे अंतरिक्ष विज्ञान में भारत आगे है और इसका पड़ोसी पाकिस्तान पिछड़ा हुआ। चर्चा के दौरान ही एंकर और कार्यक्रम में शामिल लोगों ने ऐसी टिप्पणियाँ कीं जो कथित तौर पर बेहद आपत्तिजनक थीं। ऑफ़कॉम ने कहा, “मेजबान गोस्वामी सहित मेहमानों द्वारा शो में दिए गए बयान का यह अर्थ निकला कि सभी पाकिस्तानी लोग आतंकवादी हैं।
इसमें उनके वैज्ञानिक, डॉक्टर, उनके नेता, राजनेता शामिल हैं और ये सभी आतंकवादी हैं। यहाँ तक कि उनके खेल से जुड़े लोग भी; हर बच्चा वहाँ पर आतंकवादी है। आप एक आतंकवादी सत्ता से निपट रहे हैं। एक अतिथि ने पाकिस्तानी वैज्ञानिकों को ‘चोर’ के रूप में वर्णित किया, जबकि दूसरे ने पाकिस्तानी लोगों को ‘भिखारी’ बताया।” उसने यह भी कहा कि “मेजबान एंकर ने पाकिस्तान और पाकिस्तानी लोगों को संबोधित करते हुए कहा- ‘हम साइंटिस्ट बनाते हैं, आप आतंकवादी बनाते हैं’।”
रिपब्लिक ने ऑफ़कॉम से कहा है कि कुछ शब्द जिसकी व्याख्या नफ़रत वाले बयान के तौर पर की जा रही है उनका दरअसल वह मतलब नहीं था। इसने कहा है कि शाब्दिक अर्थ में उन शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया गया था और उसका प्रतिकात्मक अर्थ एशिया के लोग साफ़ तौर पर समझ गए होंगे। जिस समय वह कार्यक्रम प्रसारित किया गया था उस दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच में काफ़ी तनावपूर्ण माहौल था। तब भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को ख़त्म करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बाँटने पर पाकिस्तान आलोचनात्मक प्रतिक्रिया दे रहा था।
पहली बार नहीं हुआ है जब रिपब्लिक टीवी पर इस तरह के मीडिया ट्रायल का आरोप लगा
यह पहली बार नहीं हुआ है जब रिपब्लिक टीवी पर इस तरह के मीडिया ट्रायल का आरोप लगा है। जब कोरोना संक्रमण का दौर था तब भी चैनल पर तब्लीग़ी जमात को लेकर जिस तरह की रिपोर्टिंग की गई थी उसपर सवाल उठाए गए ।इसके पहले सुनंदा पुस्कर मृत्यु के मामले में भी कांग्रेस सांसद व सुनंदा के पति शशि थरूर ने अणर्ब गोस्वामी के खिलाफ़ याचिका दायर की थी। थरूर ने याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में अर्णब गोस्वामी बिना किसी सबूत के हत्या की ख़बरें प्रसारित कर रहे हैं।
शुरू से ही अर्णब गोस्वामी के इस रिपब्लिक भारत चैनल पर कई गंभीर आरोप लगते रहे हैं। सबसे ताज़ा मामला तो सुशांत सिंह राजपूत का मामला है। जिस तरह से चैनल ने रिया चक्रवर्ती और फ़िल्म इंडस्ट्री में ड्रग्स को लेकर रिपोर्टिंग की है उसकी ज़बरदस्त आलोचना की जाती रही है। इस मामले में तो बॉलीवुड ने मुक़दमा तक कर दिया था।