एक ओर जहां पश्चिम बंगाल कोरोना महामारी की मार झेल रहा है, वहीं कल स्वतंत्रता दिवस के दिन भी प्रदेश में खूनी राजनीति का खेल चलता रहा । तिरंगा फहराने को लेकर हुई एक झड़प में बीजेपी के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई।
राज्य में स्तिथि इतनी भयानक है कि बीते 15 दिनों के भीतर ही तीन भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या हो गई है ।कल जहां पूरा देश 74 वें सवतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा था वहीं पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में एक और भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा फहराने को लेकर एक विवाद हुआ था। इस विवाद में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के एक कार्यकर्ता की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी। हालांकि तृणमूल ने इस आरोप से इनकार किया है।
घटना कल 15 अगस्त की दोपहर हुई। इस संबंध में पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक दो गुटों के बीच तिरंगा फहराने को लेकर झड़प हुई थी ।जिसमें एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। हत्या के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
वहीं, बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक 40 वर्षीय सुदर्शन प्रामाणिक की तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने पीट-पीटकर हत्या की। इस घटना के विरोध में पार्टी ने आज 16 अगस्त रविवार को हुगली जिले में 12 घंटे का बंद आहूत किया है।
दरअसल राज्य में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसको लेकर भी सियासत का सियायी खेल जारी है। हाल के 15 दिनों में ही यह बीजेपी के तीसरे कार्यकर्ता की हत्या हुई है। इससे पहले 30 जुलाई को एक ही दिन के भीतर दो भाजपा कार्यकर्ताओं के शव पेड़ से लटके मिले थे । तब एक घटना राज्य के पूर्वी मिदनापुर जिले के कछुरी गांव में हुई थी। तो दूसरी मथुरापुर में बूथ सचिव गौतम पात्र का शव भी पेड़ से लटका मिला था ।तब भी मृतकों के परिवार और बीजेपी ने टीएमसी पर हत्या का आरोप लगाया था ।