खालिस्तानी समर्थकों की बढ़ती अतिक्रमणता को देखते हुए और पिछले दिनों अजनाला पुलिस स्टेशन पर खलिस्तानियों द्वारा किये गए हमले के बाद पंजाब पुलिस एक्शन में नजर आ रही है।
पुलिस ने खालिस्तानी संगठन “वारिस पंजाब दे” के प्रमख अमृतपाल के सैकड़ों सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है वहीं अमृतपाल की तलाश में जुटी है। जिसके कारण गुस्साए खालिस्तानी समर्थकों ने कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देशों में भारत के दूतावासों पर उपद्रव कर रहे हैं।
खालिस्तानियों द्वारा लंदन में किया प्रदर्शन
खालिस्तान समर्थक अलगाववादियों द्वारा लंदन में भारतीय उच्चायोग में तिरंगे को नीचे उतारने की कोशिश किए जाने के विरोध में सोमवार को दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में ब्रिटिश उच्चायोग के बाहर सिख कम्युनिटी के लोगों ने प्रदर्शन किया। हाथों में तिरंगा और तख्तियां लिए सिखों ने ‘भारत हमारा स्वाभिमान है’ के नारे लगाए और कहा कि वे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास पर हमला
अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भी खालिस्तान समर्थकों ने अतिक्रमण किया। यहां रविवार की रात यानी 19 मार्च को खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों के समूह ने भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला करके उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। रिपोर्ट्स के अनुसार यह प्रदर्शन भी ‘वारिश पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के समर्थन में किये जा रहे है। हालांकि अमेरिकी पुलिस ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं दी है।
ब्रिटेन में दूतावास से हटाया तिरंगा
कुछ दिनों पहले ब्रिटेन के भारतीय दूतावास के बाहर कुछ खालिस्तानी समर्थक एकत्रित हुए। जहाँ पहले तो भारतीयों के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया गया और फिर दूतावास पर फहराए गए तिरंगे को उतार खींचने का प्रयास किया गया। दूतावास में उपस्थित भारतीय राजनयिकों ने तिरंगा हटाए जाने का विरोध किया। लेकिन प्रदर्शनकारी दूतावास की बिल्डिंग के बाहर खालिस्तानी तिरंगा फहराते रहे।इसके विरोध में राजनयिकों ने दूतावास में दोबारा से उसी जगह तिरंगा फहरा दिया। साथ ही दूतावास की बिल्डिंग पर दो मंजिला एक और तिरंगा लगा दिया।
यह भी पढ़ें : फिर सिर उठाने लगी खालिस्तानी की मांग