कोलकाता। कोरोना महामारी के चलते देश में चुनाव प्रचार की तस्वीर बदल चुकी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में होने जा रहे विधानसभा चुनाव प्रचार की शुरूआत वर्चअल रैली से की। अब वे पश्चिम बंगाल में भी वर्चुअल रैली से कैंपेन की शुरुआत करने जा रहे हैं। फिलहाल प्रदेश में अगले साल 2021 में विधानसभा चुनाव होना है। बीजेपी अभी से ही तैयारी में लग गई है।
अमित शाह अलग- अलग जगहों पर 11 बजे बीजेपी कार्यकर्ताओं और आम जनता से बातचीत करेंगे। इस रैली में पश्चिम बंगाल भाजपा के सभी बड़े नेता शामिल होंगे। पश्चिम बंगाल भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने कहा कि यह रैली प्रदेश में पूरी तरह राजनीतिक तस्वीर ही बदल देगी। अगले साल विधानसभा चुनाव को लेकर यह हमारी पहली रैली है और अधिक से अधिक संख्या में जनता को शामिल कर इसे ‘वल्र्ड रिकाॅर्ड’ बनाने की तैयारी कर रहे हैं।
दिलीप घोष ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कुल 80 हजार बूथ हैं। हमारी बूथ कमेटी 65 हजार बूथों की है। बूथ कमेटी में 10-15 सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि वर्चुअल रैली के जरिये लाखों लोगों तक जुड़ने की योजना है। जिनके पास स्मार्ट फोन या इंटरनेट नहीं हैं उन तक पहुंचने की भी कोशिश रहेगी। हर मंडल में एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था की गई है। हर मंडल में कुछ एलईडी स्क्रीन भी व्यवस्था की गई है।
बीजेपी के पूरी तैयारी से प्रचार पर टीएमसी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तंज भी कसा है। ममता ने कहा, इतना खर्च बीजेपी ही कर सकती है। बीजेपी के जवाब में ममती बनर्जी भी 21 जुलाई को वर्चुअल रैली करेंगी। वे इसे नाम ‘शहीद दिवस’ नाम देंगी।
लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में पूरी तरह जीनजान लगाकर 42 में से 18 लोकसभा सीटें जीत थी। बाद में विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में टीएमसी ने पलटवार करते हुए कुछ सीटें जीत ली। ऐसे में पश्चिम बंगाल की राजनीतिक लड़ाई बहुत ही दिलचस्प हो गई है। कोरोना काल में बीजेपी ममता सरकार को घेरती रही है और जवाब में ममता बनर्जी भी केंद्र के खिलाफ आक्रामक होकर सवाल भी उठाती रही है।