समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा की वर्चुअल रैली पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा झूठ का विश्व रिकॉर्ड बना रही है। मंगलवार को अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, “सुना है बिहार की तरह आज पश्चिम बंगाल में भी अरबों खर्च करके विश्व रिकार्ड बनाने वाली एक ‘वर्चुअल रैली’ हो रही है। दावा ये है कि ये चुनावी रैलियां नहीं हैं तो फिर बूथ स्तर तक इन्हें पहुंचाने के प्रयास क्यों? दरअसल भाजपा झूठ का विश्व रिकॉर्ड बना रही है।”
सुना है बिहार की तरह आज प. बंगाल में भी अरबों खर्च करके विश्व रिकार्ड बनाने वाली एक ‘खर्चुअल रैली’… या ‘वर्चुअल रैली' हो रही है। दावा ये है कि ये चुनावी रैलियां नहीं हैं तो फिर बूथ स्तर तक इन्हें पहुँचाने के प्रयास क्यों?
दरअसल भाजपा झूठ का विश्व रिकॉर्ड बना रही है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 9, 2020
उन्होनें एक और ट्वीट में कहा, ” पूर्वी लद्दाख में भारतीय सीमा क्षेत्र में एक महीने से चीनी सेनाओं का अतिक्रमण देश को अस्वीकार्य है। सरकार को स़ख्त कदम उठाने चाहिए जिससे सेना का मनोबल बना रहे। चूंकि भाजपा एकाधिकारी फैसले लेती है अत: वह अपने को कमजोर समझ रही है, जबकि जनता और प्रतिपक्ष इस विषय पर उनके साथ है।”
पूर्वी लद्दाख़ में भारतीय सीमा क्षेत्र में एक महीने से चीनी सेनाओं का अतिक्रमण देश को अस्वीकार्य है. सरकार को सख़्त क़दम उठाने चाहिए जिससे सेना का मनोबल बना रहे. चूँकि भाजपा एकाधिकारी फ़ैसले लेती है अत: वह अपने को कमज़ोर समझ रही है जबकि जनता और प्रतिपक्ष इस विषय पर उनके साथ है. pic.twitter.com/wnhnWTLQGA
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 9, 2020
अखिलेश ने योगी सरकार को भी कटघरे में खड़ा करते हुए एक ट्वीट में लिखा, यूपी की भाजपा सरकार में इन्वेस्टमेंट समिट्स और डिफ़ेंस एक्सपो का काग़ज़ी इवेंट न निवेश ला सका न रोज़गार। यदि मुख्यमंत्री जी 69000 शिक्षक, VDO, LT, ATA व UPPSC की अन्य नौकरियाँ अटकाएँ-लटकाएँ ना और जाते-जाते नौकरियों का ‘दिव्य दान’ दे जाएँ तो युवा उनकी विदाई मुस्कुरा कर करेंगे।”
अखिलेश यादव के इस ट्वीट पर रीट्वीट करते हुए एक यूजर मनोज काका ने कहा है, “विश्वास के साथ धोखा करना भारतीय जनता पार्टी का बुनियादी चरित्र है / इनके बुनियाद मे ही झूठ धोखा फ़रेब विश्वासघात है इनके इतिहास में इन चरित्रों के अनेकाअनेक उदाहरण है।”
वहीं एक और यूजर कुंवर अतीक ने लिखा है, “एटलस जैसी बड़ी कंपनी का बंद हो जाना, इस बात का धोतक है कि 20 लाख करोड़ के पैकेज का ‘एलान’ भी 15 लाख रूपये खाते में आने और 2 करोड़ ‘रोज़गार’ देने की घोषणा की तरह ही ‘फेक’ है।”