देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश में एक तरफ लगातार समाजवादी पार्टी चुनावी हार मिल रही है तो दूसरी तरफ वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव सिर पर पर है, इस चुनाव में समाजवादी पार्टी अपने खोए हुए राजनीतिक जनाधार को वापस पाने की कवायद में है।इसी सिलसिले में समाजवादी पार्टी लखनऊ में दो दिन का अधिवेशन कर रही है। जिसमें 2024 के लिए नई राजनीतिक जमीन तैयार की जाएगी।
समाजवादी पार्टी का दो दिवसीय सम्मेलन लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में हो रहा है। इस दौरान 28 सितंबर को प्रदेश सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के सपा का अध्यक्ष का चुनाव होगा,जबकि 29 सितंबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। इन दो दिनों में सपा भविष्य में किस रणनीति के साथ आगे बढ़ेगी, उसकी रूपरेखा तैयार की जाएगी। आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक प्रस्ताव भी पास किए जाएंगे। इस दौरान वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाएगी। समाजवादी पार्टी कैसे और किन मुद्दों को लेकर चुनावी मैदान में उतरेगी, उसके लिए प्रस्ताव पास किए जा जाएंगे। प्रदेश में जातिगत जनगणना कराने और आरक्षण की सिफारिशों को उत्तर प्रदेश में लागू करने के मुद्दे को आक्रामक तरीके से उठाने के लिए पार्टी सम्मेलन में प्रस्ताव पास कर सकती है। माना तो यह भी जा रहा है कि सपा नेताओं के खिलाफ होने वाली कार्रवाई के विरोध में भी एक प्रस्ताव पास कर सकती है।
इस पर सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी का कहना है कि, समाजवादी पार्टी के दो दिवसीय सम्मेलन में लगभग 50 हजार सपा के डेलिगेट्स मौजूद रहेंगे, जो अध्यक्ष के लिए प्रस्ताव पर हाथ उठाकर अपनी स्वीकृति देंगे। पार्टी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम है तो राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव हैं। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं होना है, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष के बदले जाने की संभावना है। ऐसे में नरेश उत्तम के साथ-साथ अन्य दूसरे नेताओं के नाम की भी चर्चा है। अन्य पार्टियों से सपा में आए कुछ नेताओं के नाम प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए चर्चाओं में है। जिसमें स्वामी प्रसाद मौर्य से लेकर रामअचल राजभर और इंद्रजीत सरोज आदि शामिल हैं। हालांकि, 28 सितंबर के दिन ही लगेंगी। जबकि राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अखिलेश यादव के नाम लगभग फाइनल है। इसके बाद अखिलेश यादव अपनी टीम का ऐलान करेंगे, जिसके जरिए सियासी समीकरण बनाने की कवायद करेंगे। इसके अलावा राजेंद्र चौधरी का कहना है कि,सम्मेलन के शुरुआत में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव राष्ट्रीय ध्वज फहरा कर पार्टी के अधिवेशन का आगाज करेंगे। झंडारोहण की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद संगठन के चुनाव अधिकारी प्रो. रामगोपाल यादव उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया सम्पन्न कराएंगे। इसके बाद अखिलेश यादव का उद्घाटन भाषण होगा और फिर अधिवेशन में राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव पर चर्चा और उसे पारित किया जाएगा। सपा के अब तक हुए सम्मेलनों से इस दो दिवसीय सम्मेलन को कई मायने में अलग बनाने की रणनीति तैयार की गई है।
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