नई दिल्ली। देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल को केंद्र सरकार से बड़ा तोहफा मिला है। मोदी सरकार ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। इसके साथ ही अजीत डोभाल राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी बने रहेंगे।
राष्ट्रीय सुरक्षा क्षेत्र में अजीत डोभाल के योगदान को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा देने का फैसला किया। उनकी नियुक्ति पांच साल के लिए होगी।
गौरतलब है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने की वायुसेना की रणनीति को मूल रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमलीजामा पहनाया था। वायुसेना, नौसेना के शीर्ष अधिकारियों से रणनीति पर चर्चा से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पल-पल की जानकारी देने तक में उनकी अहम भूमिका रही।
अजीत डोभाल की उल्लेखनीय सेवाएं
- 1968 में अखिल भारतीय पुलिस सेवा के लिए चुने गए, केरल कैडर मिला।
- मिजोरम और पंजाब में उग्रवाद पर काबू पाने में अहम भूमिका निभाई।
- 1999 में कंधार विमान हाईजैक में सरकार के प्रमुख तीन वार्ताकारों में रहे।
- 1971 से 1999 के बीच 15 हाईजैक की कोशिशों से निपटने में भूमिका निभाई।
- 1988 में आॅपरेशन ब्लैक थंडर-2 से अहम खुफिया जानकारी जुटाई।
- 1990 में कश्मीर में उग्रवाद पर काबू करने के लिए जम्मू-कश्मीर भेजा गया।