नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक को लेकर देश की सियासत में जबर्दस्त घमासान है। ऐसा लगता है कि आगामी लोकसभा चुनाव में यह एक प्रमुख मुद्दा बनने जा रहा है। विपक्षी दल भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को घेर रहे हैं कि आखिर उन्होंने कहां से आंकड़ा प्राप्त किया कि बालाकोट में जैश के 250 आतंकी मारे गए। दरअसल, केंद्रीय मंत्री एसएस अहलूवालिया ने कहा कि एयर स्ट्राइक का उद्देश्य मारना नहीं, बल्कि संदेश देना था कि भारत दुश्मन के क्षेत्र में घुसकर भी मार सकता है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि एसएस अहलूवालिया से यह बयान एक सोची-समझी राजनीति के तहत दिलवाया गया है, ताकि विपक्ष एयर स्ट्राइक के सबूत मांगना शुरू कर दे और माननीय मोदी जी, अमित शाह एवं भाजपा के सभी नेतागण अपनी रैलियों इसे में मुद्दा बना सकें। अमेठी में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा भी कि हमले पर सबूत मांगने वालों के लिए पाकिस्तान में तालियां बजती हैं। भारतीय वायुसेना विश्व की सर्वश्रेष्ठ एयर फोर्स में से एक है। उससे टारगेट मिस हो जाए ये संभव नहीं है। इसी तरह अमित शाह ने अहमदाबाद में कहा कि जैश के 250 आतंकी मारे गए।
कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने सवाल उठाया कि जब खुद सरकार की ओर से बयान था कि अभी एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों का अनुमान लगाना मुश्किल है, तो फिर भाजपा नेता 200-300 आतंकियों के मारे जाने की बात कैसे कर रहे हैं? दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा ‘सेना ने साफ-साफ कहा है कि कितने लोग मरे हैं, ये नहीं कहा जा सकता। जबकि अमित शाह का बयान सेना की बात को झुठला रहा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कहा कि भारत के एक गौरवानिवत नागरिक के तौर पर उन्हें पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी शिविर पर की गई वायुसेना की कार्रवाई पर पूरा विश्वास है, लेकिन 300-350 लोगों के मारे जाने की संख्या किसने बताई?
गौरतलब है कि विपक्ष की ओर से सरकार को घेरने की शुरुआत सबसे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक के बाद प्रधानमंत्री ने कोई सर्वदलीय बैठक नहीं बुलाई। सरकार को ऑपरेशन से जुड़ी जानकारी साझा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष होने के नाते हम ऑपरेशन और एयर स्ट्राइक की पूरी जानकारी चाहते हैं। सरकार बताए कि कहां बम गिराए गए, कितने लोग उसमें मारे गए? ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव से पहले जवानों के खून की राजनीति कर रहे हैं।