दुनिया इस समय कोरोना वायरस की चपेट में है। भारत में इससे अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी हैं। वहीं बिहार से कोरोना वायरस की दहशत के बीच अब बर्ड फ्लू ने भी दस्तक दे दी है। जब कोरोना से बचने के उपाय खोजे जा रहे है तो ऐसे में बर्ड फ्लू ने अब राज्य सरकार और प्रशासन के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
इसकी पुष्टि पशुपालन निदेशालय के पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान की ओर से भेजे गए मृत मुर्गियों के सैंपल में हुई है। इसके बाद से प्रशासन ने इसकी रोकथाम के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। पुष्टि होने के बाद बर्ड फ्लू के संपर्क में आई सभी मुर्गियों मारा जा रहा है। संबंधित क्षेत्र के दायरे के एक किलोमीटर में मुर्गियों को मारने का काम शुरू कर दिया गया है। मुर्गियों को मारकर उन्हें दफनाया जा रहा है। इसकी तस्वीरे भी सामने आई हैं।
Bihar Animal Husbandry Department yesterday culled & disposed over hundreds of chicken in Patna after cases of bird flu reported in the state. pic.twitter.com/5jl7qui1mC
— ANI (@ANI) March 28, 2020
पशुपालन विभाग और जिला प्रशासन की ओर से केवल संक्रमित मुर्गियों को ही छांटकर मारा जा रहा है। साथ ही संक्रमित इलाके के दस किलोमीटर के दायरे में मुर्गियों और पॉल्ट्री फार्म को सेनेटाइज करने का निर्देश भी दिया गया है।
गौरतलब है कि पटना के कंकड़बाग के अशोक नगर रोड-14 के पास एक पोल्ट्री फार्म और नालंदा के कतरीसराय सैदपुर पोल्ट्री फार्म में बीते दिनों ही मरी मुर्गियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी।
साथ ही इससे पहले पटना और उसके आसपास और कुछ जिलों में लगातार कौवों के मरने का सिलसिला भी जारी है। अभी तक सौ से ज्यादा कौवों की मौत हो चुकी है़। कंकड़बाग में ही एक मृत कौवों की जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है़। विभाग की ओर से इसकी अधिकारिक पुष्टि शुक्रवार को की गई थी।
बिहार में कोरोना से निपटने के लिए भी सभी महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य में अब तक कोरोना के 9 मामले सामने आ चुके हैं। यहां लोगों की लगातार स्क्रीनिंग की जा रही है।