मथुरा के नंद मंदिर में दो लोगों द्वारा नवाज पढने के बाद मामला विवादास्पद हो गया है। इस बार बागपत के विनयपुर गांव की मस्जिद में हनुमान चालीसा पढने को लेकर मामला तूल पकड़ रहा है। हालांकि विनयपुर की मस्जिद में हनुमान चालीसा का जाप करने वाले भाजपा नेता मनुपाल बंसल इसे भाईचारे की पहल और वसुधैव कुटुंबकम की परंपरा बताते हैं।
लेकिन वहीं दूसरी तरफ यहां पिछले 38 साल से मस्जिद में रह रहे मौलाना को कोपभाजन का शिकार बनना पड़ा है। मस्जिद के मौलाना को यहां से हटा दिया गया है । जिसके चलते मौलाना मस्जिद से अपना सामान लेकर गाजियाबाद के लोनी चले गए हैं। वहीं दूसरी तरफ मौलाना के समर्थन में हिंदू समाज के लोग क्षेत्र में पंचायत कर रहे हैं। गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व मथुरा के नंदलाल मंदिर में दो लोगों द्वारा नवाज अता करने पर मामला विवादास्पद हो गया था। यह मामला मीडिया की सुर्खियां बन गया था । इसे लेकर दो गुट आमने-सामने आ गए थे ।
इसके बाद बागपत जिले के विनयपुर गांव में मनुपाल बंसल नामक समाजसेवी ने भाईचारे की मिसाल कायम करते हुए मस्जिद में हनुमान चालीसा का पाठ कराया । जिसकी स्वीकृति मस्जिद के मौलाना अली हसन ने दी। इसके बाद मनुपाल बंसल ने हनुमान चालीसा के पाठ को सोशल मीडिया पर लाइव कर दिया। यही नहीं बल्कि मस्जिद में गायत्री मंत्र भी पढ़ा गया।
सोशल मीडिया पर यह प्रकरण वायरल हुआ तो मामला मुस्लिम समाज तक पहुंचा । जहां गुपचुप तरीके से मुस्लिम समाज के लोगों की बैठक हुई । जिसमें 1982 से मस्जिद में मौलाना अली हसन को निकालने का फरमान सुना दिया गया। मुस्लिम समाज का फरमान मिलने के बाद विनयपुर गांव की मस्जिद में पिछले कई दशकों से रहकर धार्मिक सेवा से जुड़े मौलाना अली हसन को मजबूर होकर मस्जिद छोड़नी पड़ी । फिलहाल वह गाजियाबाद लोनी में आ गए हैं।
विनयपुर में मौलाना को मस्जिद से निकाले जाने की खबर मिलते ही चर्चाओं का माहौल गर्मा गया। आज सुबह पूर्व प्रमुख लीलू पहलवान के नेतृत्व में विनयपुर गांव की मस्जिद पर सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए। सभी लोग मौलाना के मस्जिद से निकाले जाने का विरोध कर रहे थे । इसके बाद तय हुआ कि हिंदू समाज मौलाना के पक्ष में पंचायत करेगा।
मस्जिद में हनुमान चालीसा और गायत्री मंत्र का जाप कराने वाले मनुपाल बंसल डगरपुर गांव के हैं। वह जिला पंचायत चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं । यह प्रकरण उनके लिए काफी फायदे का सौदा साबित होता दिख रहा है । हालांकि इस पर राजनीति भी हो रही है । कुछ लोग मनुपाल बंसल के मस्जिद में हनुमान चालीसा और गायत्री मंत्र का जाप कराने को लेकर सही बता रहे हैं तो कुछ गलत बता रहे हैं ।
मनुपाल बंसल इस पर अपना पक्ष रखते हुए कहते हैं कि उन्होंने तो सिर्फ देश में भाईचारा बढ़ने के मद्देनजर ही मस्जिद में हनुमान चालीसा और गायत्री मंत्र का पाठ कराया था। बंसल कहते हैं कि उनका मकसद यह था कि जो लोग मथुरा के मंदिर में नमाज पढ़ने को लेकर धार्मिक असहिष्णुता बढ़ा रहे हैं, उनको यह संदेश मिले कि यह देश वसुधैव कुटुंबकम की नीति पर चलता है। जहां सभी धर्मों के लोग एक है।
इस मामले पर जब विनयपुर मस्जिद में मौलाना रहे अली हसन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मनुपाल बंसल को वह बखूबी जानते हैं। वह कई सालों से मस्जिद पर आते रहे हैं और धर्म के मामले में वह काफी संवेदनशील व्यक्ति हैं। उन्होंने मस्जिद में हनुमान चालीसा पढ़ने की इजाजत मांगी तो हमने दे दी । क्योंकि मंदिर हो या मस्जिद सभी जगह इबादत घर है । जहां किसी को भी इबादत करने की मनाही नहीं है । लेकिन इस पर उन्हें मस्जिद से निकालने का आदेश मिला है । जिसका पालन करते हुए हम विनयपुर छोड़कर लोनी चले आए हैं।