जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की भूमि पूजन के साथ ही आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडो वाला राज्य बन जाएगा। इसी के साथ ही कल देश के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जिस तरह सूबे में एक और एक्सप्रेस-वे बनाने की घोषणा की है उससे लग रहा है कि उत्तर प्रदेश अब जल्द ही सबसे अधिक एक्सप्रेस वे वाला राज्य बन जाएगा।

इसमें दो राय नहीं कि जब से देश के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी बने हैं तब से सड़कों और हाईवे निर्माण में काफी प्रगति देखने को मिली है। अगर ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे को ही लें तो इस हाईवे के निर्माण की घोषणा देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में हुई थी। लेकिन कांग्रेस इस एक्सप्रेस वे में प्रयोग की जाने वाली भूमि का अधिग्रहण तक नहीं कर पाई थी। देश में भाजपा की सरकार बनने के बाद परिवहन मंत्री बने नितिन गडकरी ने सबसे पहला काम ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे को पूर्ण करने का किया।
गत दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा एक्सप्रेस वे का उद्घाटन किया था। अब जल्द ही एक एक्सप्रेस वे और उत्तर प्रदेश के नक्शे पर और दिखाई देने लगेगा । यह एक्सप्रेस वे होगा गाजियाबाद- लखनऊ एक्सप्रेस वे। यह एक्सप्रेस वे गाजियाबाद से लखनऊ तक सीधा बनेगा। अभी तक गाजियाबाद के लोग लखनऊ पहुंचने के लिए पहले ग्रेटर नोएडा पहुंचते हैं फिर वहां से ताज एक्सप्रेस वे पर सफर करके प्रदेश की राजधानी पहुंचते हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में पहले दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे, लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे की योजना लाई जा चुकी है। कुछ एक्सप्रेसवे निर्मित हो चुके हैं तो कुछ का निर्माण प्रगति पर है । इसके बाद अब गाज़ियाबाद-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की भी घोषणा होने के बाद विकास की और एक और कदम बढ़ गया है। यही नहीं बल्कि अगले 10 दिन में इसका भूमि पूजन भी शुरू कर दिया जाएगा।

कल मेरठ – दिल्ली एक्सप्रेसवे के लोकार्पण अवसर पर देश के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गाजियाबाद – लखनऊ एक्सप्रेसवे की घोषणा की है। यह एक्सप्रेसवे दो चरणों में कंप्लीट होगा। पहले चरण में यह गाजियाबाद से कानपुर तक बनेगा। जबकि दूसरे चरण में यह एक्सप्रेस वे कानपुर से लखनऊ तक बनेगा।
कल मेरठ दिल्ली एक्सप्रेसवे के लोकार्पण अवसर पर गाजियाबाद के डासना में इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल रूम का भी उद्घाटन किया गया। इस कंट्रोल रूम से मेरठ एक्सप्रेस वे और ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर नजर रखी जाएगी। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर जापानी तकनीक पर आधारित स्पीड कंट्रोल कैमरे लगाए गए हैं।

देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे बनने वाला राज्य के बाद उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला राज्य भी बन जाएगा। फिलहाल उत्तर प्रदेश में आठ हवाईअड्डे संचालित हैं। जबकि 13 हवाईअड्डे और सात हवाई पट्टी विकसित की जा रही हैं। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के शिलान्यास के साथ ही उत्तर प्रदेश में अब पांच अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे और बन रहें हैं। यह भारत के किसी भी राज्य के मुकाबले सबसे ज्यादा है।