जेएनयू ( ज्वाहर लाल युनिवर्सिटी) के बाद अब एएमयू ( अलीगढ मुस्लिम युनिवर्सिटी ) भी कोरोना वायरस की चपेट में आ चुकी है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पिछले 20 दिनों के भीतर ही 44 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इनमें 26 प्रोफेसर्स भी शामिल हैं। कोरोना के कारण मरने वाले इन प्रोफेसर्स में 16 वर्किंग और 10 रिटायर्ड प्रोफेसर बताए जा रहे हैं।
इस मामले में यूनिवर्सिटी के कुलपति तारीक मंसूर ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) को पत्र लिखकर मामले की जांच करने की मांग की है कि कही यहा कोई घातक वायरस तो नही आ गया है ।उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी के कुलपति से फोन पर वार्ता कर युनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों तथा वहां कार्यरत चिकित्सकों और अन्य कर्मचारियों के बारे में जानकारी ली है ।
जानकारी के अनुसार युनिवर्सिटी परिसर में रहने वाले जिन प्रोफेसर की कोरोना के कारण मौत हुई है, उनमें पोस्ट हार्वेस्ट इंजिनियरिंग विभाग के प्रफेसर मोहम्मद अली खान (60), राजनीति विज्ञान विभाग के प्रो. काजी मोहम्मद जमशेद (55), मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. साजिद अली खान (63), संग्रहालय विभाग के अध्यक्ष मोहम्मद इरफान (62), महिला अध्ययन केंद्र के डॉ. अजीज फैसल (40), इतिहास विभाग के डॉ. जिबराइल (51), अंग्रेजी विभाग के डॉ. मोहम्मद यूसुफ अंसारी (46), उर्दू विभाग के डॉ. मोहम्मद फुरकान संभली (43) और जूलॉजी विभाग के प्रोफेसर सैयद इरफान अहमद (62) शामिल हैं।
यही नहीं बल्कि कोरोना से इतिहास, राजनीति शास्त्र, विधि के साथ ही अन्य विभागों के प्रोफेसरों की भी मौत होना बताया जा रहा है। गौरतलब है कि एएमयू में करीब 30,000 छात्र पढ़ाई करते हैं। इनमें से 16,000 छात्र 19 छात्रावासों में रहते हैं। कुछ समय पहले जब कोरोना के कारण युनिवर्सिटी बंद हुई थी तो भी कुछ लड़के छात्रावासों में रुके थे। लेकिन अब महामारी के खौफ से छात्र यहां से पलायन करने लगे हैं।
इस बाबत युनिवर्सिटी के कुलपति तारीक मंसूर ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) को पत्र लिखते हुए उससे जिनोम सीक्वेंसिंग की मांग की है । ताकि यह पता लगाया जा सके कि यूनिवर्सिटी में कहीं कोई घातक वेरिएंट तो नहीं फैल रहा है।
अपने पत्र में लिखते हुए कहा कि मौतें इन आशंकाओं को जन्म दे रही हैं कि शायद वायरस का कोई घातक वेरिएंट अलीगढ़ के सिविल लाइंस इलाके में फैल रहा है । जिसमें एएमयू और अन्य बस्तियां आती हैं।
उत्तर प्रदेश में फिलहाल पिछले 24 घंटों में 20,463 नए मामले सामने आए और 306 मरीजों की मौत हुई। इससे पहले यहां 38,000 से अधिक नए मामले भी सामने आ चुके हैं। सूबे में अभी तक कुल 15,45,230 लोगों को पॉजिटिव पाया जा चुका है। इस दौरान 16,048 मरीजों की मौत हो चुकी है।
अगर अकेले अलीगढ़ की ही बात करें तो यहां 17000 से अधिक लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया जा चुका है।