[gtranslate]
Country

मकान बिकाऊ है’ के बोर्ड लगने के बाद BJP जनप्रतिनिधि पहुंचे गांव, कर रहे डैमेज कंट्रोल

यूपी में कोरोना महामारी के बीच उपजे नए संकट को संभालने के लिए अब भाजपा के जनप्रतिनिधि मैदान में उतर आए हैं । जी हां, हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ जिले के नूरपुर गांव के टप्पल थाना अंतर्गत नुरपुर गांव की। जहा एक समुदाय विशेष के लोगों ने हिंदू वर्ग के दलित लोगों का जमकर उत्पीड़न किया हुआ था। यहां तक की गांव में जब  हिंदू  बेटियों की बारात आती तो यह समुदाय विशेष के लोग उनकी बारात तक नहीं चढ़ने देते थे।

पिछले तीन महीनों में चौथी घटना 26 मई को हुई थी। जिसमें दूसरे समुदाय के दबंग लोगों ने ना केवल ओमप्रकाश की दो बेटियों की बारात रुकवाई बल्कि डीजे की गाड़ी पर जमकर तोड़फोड़ की। मारपीट हुई। जिसमें गाड़ी के चालक सहित 3 लोग घायल हो गए थे। इसके बाद इससे तंग आकर हिंदू संप्रदाय के लोगों ने अपने अपने घरों के सामने ‘मकान बिकाऊ है’ के बोर्ड लगाकर गांव से पलायन करने की तैयारी कर ली थी। करीब 100 लोग गांव से पलायन करने की मूड में थे।

लेकिन इसी दौरान मामला मीडिया में आ गया । ‘ दि संडे पोस्ट’ ने भी इस पर कल समाचार प्रकाशित किया था । “कैराना कांड के बाद यूपी में फिर बना पलायन मुद्दा, 100 परिवारों ने लगाए ‘मकान बिकाऊ है’ के बोर्ड” शीर्षक से प्रकाशित किए गए समाचार के बाद मामला प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा। उन्होंने तत्काल स्थानीय भाजपा के जनप्रतिनिधियों को मामले को संभालने के लिए भेज दिया।

जानकारी के अनुसार गांव में आज सुबह से ही मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ है। मामले को डेमेज कंट्रोल करने के लिए गांव में अलीगढ़ सांसद सतीश गौतम, हाथरस सांसद राजवीर दिलेर और खैर विधायक अनूप प्रधान पहुंच गए हैं। उधर, दूसरी तरफ अलीगढ़ ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक शुभम पटेल ने दावा किया है कि एसडीएम और पुलिस दल ने गांव का दौरा किया है और अब हालात सामान्य हैं। यहां यह भी बताना जरूरी है कि इस मामले में 2 दिन पहले ही समुदाय विशेष के 11 लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर दिए गए हैं। टप्पल पुलिस ने ओमप्रकाश पुत्र तेजपाल की तहरीर पर गांव के वकील, कलुआ, मुस्तकीम, सरफू, अंसार, सोहिल, फारुख, अमजद, तौफीक, सहजोर और लहरू के नाम रिपोर्ट दर्ज की है।

You may also like

MERA DDDD DDD DD