उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आए दिन सूबे में अपराध कम होने का दावा करते हैं । साथ ही वह यह भी नहीं कहना नहीं भूलते हैं कि अपराधियों को अब किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। या तो इस प्रदेश में अपराधी रहेंगे या वह। मुख्यमंत्री की इस सख्त चेतावनी का शायद अपराधियों पर कोई असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है। जिसके चलते अपराधी बेखौफ है।
हालत यह हो गए हैं कि प्रदेश में योगीराज अब गुंडाराज में तब्दील होता जा रहा है। योगीराज में सबसे ज्यादा उत्पीड़न पत्रकारों का हो रहा है । कहीं उन पर फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं तो कहीं उन्हें खुलेआम गोलियों से उड़ा दिया जा रहा है। अभी 1 महीने पहले की ही बात है जब गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी को गुंडों ने दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया था ।इसके बाद मुख्यमंत्री योगी ने पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कई दावे किए। लेकिन उनके दावों की पोल देर रात उस समय खुल गई जब बलिया में भी एक पत्रकार को गोलियों से भून दिया गया।
जानकारी के अनुसार बलिया जिले के फेफना थाना क्षेत्र मे देर रात एक निजी हिंदी समाचार चैनल सहारा के पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। इसकी पुष्टि करते हुए बलिया के अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव ने बताया कि रतन सिंह की सोमवार रात्रि फेफना गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गयी। घटना के समय वह फेफना गांव की तरफ से घर की तरफ जा रहे थे। फिलहाल, पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है, और मामले की छानबीन कर रही है।