राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच कांग्रेस ने अपने विधायकों बैठक के बाद होटल शिफ्त करने का फैसला किया है। आज विधायक दल की बैठक लगभग दो घंटे तक चली। हालांकि, यह बैठक सुबह 10.30 बजे शुरू होनी थी पर तीन घंटे देर से शुरू हुई। इसके बाद बैठक लगभग दो घंटे चली।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बैठक के दौरान कांग्रेस के साथ-साथ उसके सहयोगी दलों के 107 विधायकों ने बैठक में हिस्ला लिया। इसके बाद सभी विधायकों को चार बसों में भरकर सीधे माउंट फेयर होटल भेजा दिया गया। विक्ट्री साइन दिखाते हुए विधायकों में से एक ने कहा- ‘ऑल इज वेल।’
इससे पहले बैठक में शामिल होने वाले विधायकों को पुलिस एस्कॉर्ट सुरक्षा के बीच सीएम आवास लाया गया था। बताया जा रहा है कि बैठक में 96 से 98 विधायक पहुंचे थे। हालांकि, कांग्रेस के तरफ से दावा किया जा रहा है वहां 107 विधायक मौजूद थे।
#Rajasthan : Buses, carrying MLAs, leave from the residence of Chief Minister Ashok Gehlot after the Congress Legislative Party (CLP) meeting concluded. One of the MLAs says, "All is well." pic.twitter.com/shZGBXlHQN
— ANI (@ANI) July 13, 2020
राजस्थान सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, ‘‘सरकार को कोई खतरा नहीं है। हमें 109 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है। जिन विधायकों को भाजपा द्वारा जबरन रोका जा रहा है, वे वीडियो बनाएं और शेयर करें। राजस्थान में कांग्रेस सरकार अपने 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी।”
हालांकि, शामिल नहीं होने वाले विधायकों को लेकर काग्रेंस ने साफ किया कि उन पर कार्रवाई की जाएगी। श्रम मंत्री टीकाराम जूली इस दौरान खुद कार ड्राइव कर सीएम हाउस पहुंचे थे। बानसूर विधायक शकुंतला रावत और रामगढ़ विधायक सफिया जुबेर खान मुख्यमंत्री निवास पहुंचीं।
बागी तेवर अख्तियार करते हुए सचिन पायलट ने रविवार देर शाम को कहा था कि आज सोमवार की सुबह होने वाली कांग्रेस विधायकों की बैठक में वे शामिल नहीं होंगे। उन्होंने ये भी दावा किया था कि उनके समर्थन में 30 विधायक हैं।
बैठक से पहले ऐसी अटकलें लगाई जा रही थी कि वो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं। लेकिन पायलट ने आज सुबह साफ किया था कि वो बीजेपी में शामिल नहीं होंगे। ऐसे भी कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर कांग्रेस विवाद नहीं सुलझा तो वे अपनी अलग पार्टी बना सकते हैं। हालांकि, कांग्रेस ने कहा है कि पायलट के लिए अभी पार्टी के दरवाजे खुले हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान विधानसभा में कुल सीटों की संख्या 200 है। कांग्रेस के पास 107 विधायक और 72 विधायक बीजेपी के पास हैं। राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है।