बीएसपी के पूर्व महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी तथा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। नसीमुद्दीन सिद्दीकी और राम अचल राजभर ने 19 जनवरी को एमपी एमएलए कोर्ट में सरेंडर कर दिया। सरेंडर के साथ अंतरिम जमानत की भी अर्जी लगाई गई है। कोर्ट ने अंतरिम जमानत की अर्जी भी खारिज कर दी है। फिलहाल एमपी-एमएलए अदालत ने बीजेपी नेता दयाशंकर सिंह की बेटी तथा परिवार के कई सदस्यों के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया करने के मामले में बीएसपी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी और वरिष्ठ नेता राम अचल राजभर की संपत्ति की कुर्की के भी आदेश जारी कर दिए है।
वहीं दयाशंकर सिंह की मां तेतरा देवी ने 22 जुलाई 2016 को हजरतगंज थाने में दर्ज मामले में आरोप लगाया था कि बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने राज्यसभा में उनके परिवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। अगले दिन पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बसपा के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर की अगुवाई में बड़ी संख्या में बीएसपी कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज चैराहे पर किए गए प्रदर्शन में तेतरा देवी की नाबालिग पोती और परिवार के कई परिवार के बारे में अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया था।