दिल्ली दंगे में आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की मौत रहस्यमय बन गई है। उनकी मौत के पीछे आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन का हाथ बताया जा रहा है। हालांकि, ताहिर हुसैन पर आज तक एक भी केस दर्ज नहीं है। लेकिन उस पर आरोप है कि वह दिल्ली दंगे के दौरान सबसे ज्यादा सक्रिय रहा। यही नहीं बल्कि यह भी कहा जा रहा है कि दंगाइयों को उकसाने में उसकी बड़ी भूमिका रही है। कहा यह भी जा रहा है कि पुलिस ने ताहिर हुसैन के घर से भारी मात्रा में इकट्ठा किए गए पत्थर और तेजाब के साथ ही काफी संख्या में विस्फोटक पदार्थ बरामद किए हैं। फिलहाल, आम आदमी पार्टी ने ताहिर हुसैन के खिलाफ कुछ बोलने से मना कर दिया है। जबकि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा है कि दंगाई कोई भी हो चाहे उनकी पार्टी का हो या किसी पार्टी का वह नहीं बख्शा नहीं जाएगा।
दूसरी तरफ आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की मौत को भाजपा नेता कपिल शर्मा ने सीधा-सीधा हत्या करार दिया है। उन्होंने कहा कि अंकित शर्मा की हत्या में ताहिर हुसैन का हाथ है। इसी के साथ मृतक अंकित शर्मा के परिजनों ने भी उनकी मौत के पीछे पार्षद ताहिर हुसैन का हाथ बताया है। आईबी अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या का आरोप आप के पार्षद मोहम्मद ताहिर हुसैन पर लगने से आरोप प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है।
गौरतलब है कि अंकित शर्मा अपने परिवार के साथ दिल्ली के खजूरी इलाके में रहते थे। वह वर्ष 2017 में आईबी में भर्ती हुए थे। उनके पिता रविन्द्र शर्मा भी आईबी में ही कार्यरत हैं। वे हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। बताया जा रहा है कि दो दिन पूर्व शाम को कुछ उपद्रवी उनकी गली में लोगों के साथ मारपीट कर रहे थे। जिसके कारण उनका परिवार तनाव में आ गया। परिजनों ने फोन कर अंकित से मदद मांगी और उन्हें जल्दी घर आने के लिए बोला। लेकिन अंकित घर नहीं पहुंच सके। अंकित के घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने उसे फोन भी लगाया। लेकिन फोन पर बात नहीं हो सकी।
बताया जा रहा है कि घर लौटते वक्त रास्ते में अंकित शर्मा को दंगाईयों ने घेर लिया। उसे उपद्रवी लोग खींचकर किसी जगह पर ले गए और फिर उसे मार डाला। बाद में उसका शव नाले से बरामद हुआ। अंकित के शरीर पर गहरे चोट और बर्बरता के निशान मौजूद हैं। इलाके के लोगों का कहना यह है कि 8 से 10 लोग हाथ-पैर पकड़ उठाकर अंकित को एक घर में ले गए। जहां उन्हें बेदर्दी से मारा गया।
जानकारी के अनुसार, इलाके की कुछ महिलाओं ने कुछ लोगों को अंकित के शव को नाले में फेंकते हुए भी देख लिया था। बुधवार को जब यह बात इलाके में फैली, तो नाले की जांच की गई और उसी में अंकित का शव मिला। इलाके के लोगों का आरोप है जिस घर में अंकित की हत्या की गई, वह आम आदमी पार्टी के नेता ताहिर हुसैन के भाई का है। उसी इमारत से लोग लगातार पथराव भी कर रहे थे। फिलहाल पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। वहीं अंकित के साथ उस वक्त मौजूद रहे तीन अन्य युवक का भी कुछ अता पता नहीं चल रहा है। अभी भी उनके परिवार के लोग उनकी तलाश में लगे हैं।
उधर, भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि पार्षद ताहिर हुसैन के घर की छत पर से चढ़कर पत्थर फेंके गए। कपिल मिश्रा ने वीडियो में कहा है कि देखिए आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद ताहिर हुसैन का घर। छत से लगातार पत्थर, पेट्रोल बम चलाए गए। बाद में इन्हीं लड़कों ने आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या कर लाश नाले में फेंकी। कपिल मिश्रा ने मांग की है कि ताहिर हुसैन को गिरफ्तार किया जाए। इसके बाद उनका फोन भी चैक किया जाए।
गौरतलब है कि पार्षद ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी के नेता हैं। इसके अलावा निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीतकर ही सदन में पहुंचे हैं। चुनाव आयोग को ताहिर हुसैन ने जो जानकारी दी है, उसके आधार पर माय नेता डॉटकॉम से उनके बारे में कुछ जानकारी मिलती है। जिसके अनुसार, 2017 में वह निर्वाचन क्षेत्र 059 ई नेहरू विहार ( ईष्ट दिल्ली ) से आप के टिकट पर पार्षद बने थे। उनके घर का पता नेहरू विहार, करावल नगर लिखा हुआ है।
पेशे से उधोगपति मोहम्मद ताहिर हुसैन ने चुनाव आयोग में जो जानकारी दी है। उसके मुताबिक, उन्होंने अपनी लगभग 18 करोड़ की संपत्ति घोषित की है। हालांकि, आयोग को दी गई जानकारी के अनुसार, उनके खिलाफ कोई अपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है। ताहिर ने इससे पहले कोई चुनाव नहीं लड़ा। वह आठवीं पास हैं और नेशनल ओपन स्कूल से दसवीं की पढ़ाई कर चुके हैं।