आम आदमी पार्टी ने दिल्ली पर अपना साम्राज्य स्थापित करने के बाद अब उत्तर प्रदेश फतह करने की तैयारी कर ली है। इसके तहत पार्टी के सयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कल इसकी घोषणा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी यूपी की सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ेगी । फ़िलहाल केजरीवाल ने यूपी विधानसभा का चुनाव दिल्ली मॉडल पर कराने की रणनीति बनाकर प्रदेश की भाजपा सरकार को असहज कर दिया है। याद रहे कि इससे पूर्व आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में भी विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है। उत्तराखंड में जहा पार्टी कोई खास जनाधार वाले नेता को प्रभारी नहीं बना पाई है वही उत्तर प्रदेश में वह राज्यसभा और कोर कमेटी के सदस्य संजय सिंह को कई महीने पहले ही उतार चुकी है।
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आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा सांसद संजय सिंह को बकायदा उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया है। संजय सिंह योगी सरकार के ख़िलाफ़ लगातार आवाज़ उठा रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में उनकी सक्रियता बाक़ी नेताओं से ज़्यादा रही है। संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश के अपराध और बिगड़ती कानून व्यवस्था को मुख्य मुद्दा बनाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुश्किलें बढ़ा दी है। यही नहीं बल्कि सांसद संजय सिंह ने प्रदेश में जातिवाद के मुद्दे को हवा देकर मुख्यमंत्री योगी को कठघरे में खड़ा कर दिया है। फ़िलहाल संजय सिंह प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ठाकुरवाद को बढ़ावा देने की राजनीती के खिलाफ तनकर खड़े है। इसी से परेशान होकर योगी सरकार ने उनके ख़िलाफ़ दर्जनों मुक़दमे भी दर्ज करा दिए है। माना जा रहा है कि संजय सिंह ही उत्तर प्रदेश में पार्टी के चेहरे होंगे।
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गौरतलब है कि अन्ना हजारे के आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी ने पिछले 8 सालों में दिल्ली में तीन बार सरकार बनाई है और पंजाब में आप पार्टी मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में हैं। पार्टी सयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि दिल्ली में तीसरी जीत के बाद दिल्ली में रहने वाले यूपी के लोग और यूपी से आकर भी लोग वहां चुनाव लड़ने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी में हर दल की सरकार आई लेकिन इनके नेताओं ने सिर्फ़ अपने घर को भरने के अलावा कुछ नहीं किया। उत्तर प्रदेश सरकार से सवाल करते हुए केजरीवाल ने कहा कि यूपी के लोगों को इलाज, बेहतर शिक्षा के लिए दिल्ली क्यों आना पड़ता है। साथ ही उन्होंने सवाल किया कि यूपी के सरकारी अस्पताल, स्कूल इतने बदहाल क्यों हैं।