उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के गांव डिकरू में बीते रात 8 पुलिसकर्मियों पर घात लगा हत्या कर दी गई। अब जानकारी मिल रही है कि जिस हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पड़ने के दौरान पुलिसवालों की हत्या की गई उसे उसके दो गुर्गों समेत मार गिराया गया है। हालांकि, अभी तक इसकी अधिकारिक पुष्टी नहीं हुई है।
CM Yogi Adityanath has expressed his condolence to the families of the 8 Police personnel who lost their lives after being fired upon by criminals in Kanpur. He has directed DGP HC Awasthi to take strict action against criminals, he also sought report of the incident. (file pic) pic.twitter.com/YLK3vpsy5n
— ANI UP (@ANINewsUP) July 3, 2020
फिलहाल मारे गए आठों पुलिसकर्मियों की मौत की रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मांगी है। उन्होंने शुक्रवार को अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। साथ ही मुख्यमंत्री ने मारे गए पुलिसकर्मियों के परिवारों के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं भी व्यक्त की हैं।
We have started the combing operation. Eight Police personnel died, four were injured, they are being treated at the hospital. Police from neighbouring districts Kannauj and Kanpur Dehat have also been called: JN Singh, ADG Kanpur zone https://t.co/5LjHZDZE7W pic.twitter.com/WXc4vv8Js0
— ANI UP (@ANINewsUP) July 3, 2020
डीजीपी एचसी अवस्थी ने बताया, “हिस्ट्रीशीटर विकास दूबे के खिलाफ धारा 307 के तहत मामला दर्ज़ किया गया था। पुलिस उसे पकड़ने गई थी लेकिन उन्होंने वहां जीसीबी लगा दी थी जिससे हमारे वाहन बाधित हो गए। जब फोर्स नीचे उतरी तो अपराधियों ने गोलियां चलाई, जवाबी फायरिंग हुई। लेकिन अपराधी ऊंचाई पर थे, इसलिए हमारे 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं।’
अवस्थी ने कहा, “ऑपरेशन अभी भी जारी है हमारे लगभग 7 आदमी घायल हुए हैं। क्योंकि अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे हैं। आईजी एडीजी, एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) को ऑपरेशन की निगरानी के लिए वहां भेजा गया है। कानपुर से फॉरेंसिक टीम मौके पर है और लखनऊ से एक विशेषज्ञ टीम भी भेजी जा रही है।”
डीजीपी एचसी अवस्थी आगे कहा, “इसमें एसटीएफ को भी लगाया गया है। आईजी/एसटीएफ मौके पर पहुंच रहे हैं। कानपुर एसटीएफ पहले से ही कार्यरत है। इन पर बहुत बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चलाया जा रहा है। यह उसी ऑपरेशन के सिलसिले में जारी है जिसके लिए हमारी टीम पहले वहां गई थी।”
शहीद पुलिसकर्मी
क्षेत्राधिकारी बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा
थाना प्रभारी शिवराजपुर महेश चंद्र यादव
चौकी इंचार्ज मंधना अनूप कुमार सिंह
सब इंस्पेक्टर नेबू लाल
सिपाही सुल्तान सिंह
सिपाही राहुल
सिपाही बबलू
सिपाही जितेंद्र
कौन है हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे?
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे साल 2001 में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी है। कानपुर के साल 2000 में शिवली थानाक्षेत्र स्थित ताराचंद इंटर कॉलेज के सहायक प्रबंधक सिद्धेश्वर पांडेय की हत्या में भी दुबे आकरोपी है। इसके अलावा उस पर कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र में ही साल 2000 में रामबाबू यादव की हत्या जेल के भीतर रहकर साजिश रचने का आरोप है।
साल 2004 में केबिल व्यवसायी दिनेश दुबे की हत्या हुई थी। इस मामले में दुबे आरोपी है। 2001 में कानपुर देहात के शिवली थाने के अंदर घुस कर इंस्पेक्टर रूम में बैठे तत्कालीन श्रम संविदा बोर्ड के चैयरमेन, राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त भाजपा नेता संतोष शुक्ल को गोलियों से भून दिया था। कोई गवाह न मिलने के कारण केस से बरी हो गया।
कानपुर में साल 2001 में एसटीएफ ने भाजपा के तत्कालीन दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की थाने के अंदर सनसनीखेज हत्या करने के आरोपी विकास दुबे को 2017 में लखनऊ से गिरफ्तार किया था। तब दुबे ने पूछताछ में बताया था कि साल 1996 में कानुपर की चौबेपुर विधानसभा क्षेत्र से हरिकृष्ण श्रीवास्तव और संतोष शुक्ला चुनाव लड़े थे।
हरिकृष्ण श्रीवास्तव इस चुनाव में विजयी घोषित हुए थे। विजय जुलूस निकाले जाने के दौरान दोनों प्रत्याशियों के बीच गंभीर विवाद हो गया था। जिसमें विकास दुबे का नाम भी आया था और उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था। यहीं से विकास की भाजपा नेता संतोष शुक्ला से रंजिश हो गई थी। इसी रंजिश के चलते 11 नवंबर, 2001 को विकास ने कानपुर के थाना शिवली के अंदर संतोष शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी थी।