उत्तर प्रदेश के मेरठ में कथित तौर पर 400 लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तित कराने का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया है। दरअसल, 28 अक्टूबर को भाजपा के जिला मंत्री दीपक शर्मा के नेतृत्व में करीब 200 लोग एसएसपी रोहित सिंह सजवान से मिले और आरोप लगाया कि मंगतपुरम में करीब 400 लोगों को ईसाई बना दिया गया है। इन लोगों को दिवाली पर पूजा भी नहीं करने दी गई।,जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर 9 लोगों के खिलाफ करवाई की है।
पुलिस में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, आरोप यह भी लगाया गया है कि, उन्हें हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों और देवताओं को हटाने के लिए मजबूर किया गया है। यह लोग लॉकडाउन के दौरान उन लोगों के संपर्क में आए थे। इन लोगों ने उन्हें खाना दिया, पैसा दिया और धर्म परिवर्तन के लिए कहा। दीवाली आई तो उन लोगों ने हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों, चित्रों को हटाने और ईसाई धर्म स्वीकार करने के लिए मजबूर किया था।शिकायतकर्ताओं ने पुलिस को यह भी बताया कि,उन पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला गया और हमारे आधार कार्ड पर अपना नाम बदलने के लिए कहा गया। जब हम दीवाली के दिन पूजा कर रहे थे, तब वो लोग घरों में घुस गए और देवताओं की मूर्तियों को तोड़ने लग गए। जब हमने इसका विरोध किया तो उन्होंने हमें जान से मारने की धमकी दी है। पुलिस में दर्ज एफआईआर में नामजद आरोपियों में छबीली उर्फ शिवा, बिनवा, अनिल, सरदार, निक्कू, बसंत, प्रेमा, तितली और रानी बताया गया है। इस मामले में मेरठ के एसपी सिटी पीयूष सिंह का कहना है कि कुछ लोग एसएसपी ऑफिस पर गए थे जिसमें आरोप लगाया गया कि दूसरे धर्म के लोग मालिन गांव के लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन कराना चाहते हैं। जिसके बाद एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जांच के बाद और उचित कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि मेरठ का मंगतपुरम इलाका आर्थिक रूप से कमजोर लोगों का इलाका है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,इस इलाके के कुछ लोग आपने आजीविका के लिए भीख मांग कर भी गुजरा करते है। या छोटा – मोटा काम कर के अपनी आजीविका चलते है, लेकिन कोरोना काल में आजीविका का संकट पैदा हो गया था। ऐसे में ऐसे में शहर के तमाम एनजीओ ने इस इलाके में राशन वगैरह पहुंचकर मदद की थी। इसका ही फदया उठाकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की है। इतना ही नहीं भाजपा नेताओं ने तो यह भी दावा किया है कि जिन लोगों का धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया गया, वे सभी सनातन धर्म के मानने वाले लोग हैं।