देश के पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। चुनाव से पहले आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। सभी पार्टियां चुनाव की रणनीति बनाने में जुट गई है। चुनावी माहौल को अपने पक्ष में करने के लिए सभी पार्टियां कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं। हर बार चुनाव आयोग की ओर से सबको अपने वोट के अधिकार को इस्तेमाल की अपील की जाती है। लेकिन इस बार जागरूकता नहीं एक अलग ही खबर वायरल हो रही है।
सोशल मीडिया पर चुनाव आयोग के नाम से गलत जानकारी फैलाई जा रही है। व्हाट्सएप पर वायरल हुए इस मैसेज में कहा गया है कि अगर आप वोट नहीं देते हैं तो आपके बैंक खाते से 350 रुपये काट लिए जाएंगे। वहीं दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) ने मामला सामने आने के बाद प्राथमिकी दर्ज करायी है। इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
दिल्ली चुनाव आयोग ने एक दिसंबर को शिकायत दर्ज कराई थी। चुनाव आयोग ने आदेश जारी किया है कि गैर-मतदान करने वाले नागरिकों के बैंक खातों से 350 रुपये काटे जाएंगे। इस बार सूचना झूठी है।
https://twitter.com/PIBFactCheck/status/1466003620646637575
दिल्ली पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
दिल्ली पुलिस की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) यूनिट ने दिल्ली चुनाव आयोग की शिकायत की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 171जी के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
वायरल मैसेज क्या है?
फेक न्यूज का दावा है कि चुनाव आयोग 2024 के लोकसभा चुनाव में गैर-मतदान करने वाले मतदाताओं के बैंक खातों से 350 रुपये काटेगा। इसलिए कहा जा रहा है कि चुनाव आयोग द्वारा वोट नहीं डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया जाएगा। यह भी दावा किया जाता है कि वोट नहीं करने वालों की पहचान आधार कार्ड से होगी और फिर उनके आधार कार्ड से जुड़े बैंक खाते से पैसे काट लिए जाएंगे। इतना ही नहीं चुनाव आयोग पहले ही कोर्ट की मंजूरी मांग चुका है। वहीं चुनाव में नहीं आने वाले मतदाताओं को तैयार करने में आयोग द्वारा किया गया खर्च व्यर्थ है। इसकी भरपाई इस बार गैर-मतदाताओं द्वारा की जाएगी। पीआईबी फैक्ट चेक के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट ने भी वायरल हो रहे मैसेज को पूरी तरह फर्जी बताया।