चीन से फैले कोरोना वायरस ने भारत समेत दुनिया के कई देशों में हाहाकार मचाया हुआ है। दुनियाभर में कोरोना वायरस ने लाखों लोगों की जान ले ली है और लाखों लोग इसकी चपेट में हैं। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के बढ़ते ग्राफ से वैश्विक पर्यटन उद्योग पूरी तरह श्खत्म हो गया है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि इस महामारी की वजह से पर्यटन उद्योग को इस साल के पहले पांच महीनों में 320 अरब डाॅलर के निर्यात का नुकसान हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पर्यटन उद्योग में 12 करोड़ नौकरियां खतरे में हैं। पर्यटन वैश्विक अर्थव्यवस्था का ईंधन और रसायन के बाद तीसरा सबसे बड़ा निर्यात क्षेत्र है। 2019 में वैश्विक व्यापार में इसका हिस्सा सात प्रतिशत रहा था। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि पृथ्वी पर प्रत्येक दस में से एक व्यक्ति को इस क्षेत्र में रोजगार मिला हुआ है।
उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र सिर्फ अर्थ व्यवस्थाओं को आगे बढ़ने में ही मदद नहीं करता, बल्कि इसके जरिए लोगों को दुनिया की संस्कृति को जानने और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठाने का अवसर भी मिलता है। और एक-दूसरे को पहचानने का मौका मिलता है गुतारेस ने कहा कि 2020 के पहले पांच महीनों में महामारी की वजह से अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की आवाजाही 50 प्रतिशत से भी अधिक घट गई है।
क्षेत्र की आय बुरी तरह प्रभावित हुई है। गुतारेस ने कहा कि यह अमीर विकसित देशों के लिए एक श्बड़ा झटका है, लेकिन विकासशील देशों लिए तो श्आपात स्थिति है। इनमें कई छोटे द्वीपीय विकासशील देश और अफ्रीकी देश शामिल हैं। कुछ देशों के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पर्यटन क्षेत्र का हिस्सा 20 प्रतिशत से अधिक है।