जानी-मानी हरियाणवी डांसर सपना चौधरी लोकसभा चुनाव से पहले ही इस उम्मीद से भाजपा में शामिल हुई थी की यहाँ उनका राजनीतिक भविष्य उज्जवल होगा लेकिन ,बहुत जल्दी ही उनका ये सपना टूट भी गया। हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सपना को टिकट नहीं दिया तो उन्हें बहुत बड़ा झटका लगा है। उनकी नाराज़गी का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने सिरसा में बीजेपी के विरोधी उम्मीदवार और हरियाणा लोकहित पार्टी के नेता गोपाल कांडा के लिए एक दिन का चुनाव प्रचार किया।
इसी कारण माना जा रहा है कि बीजेपी में कुछ दिनों पहले शामिल हुईं हरियाणवी लोक गायिका सपना चौधरी से पार्टी नाराज है। बताया जा रहा है कि सपना के इस कदम से पार्टी असहज हुई है और उनके किसी भी तरह के चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी गई है।
सपना ने सिरसा से हरियाणा लोकहित पार्टी के प्रत्याशी कांडा के लिए एक दिन का प्रचार किया था। गोपाल कांडा हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुके हैं और राज्य की राजनीति में एक प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। कांडा का नाम उस समय चर्चा में रहा था, जब उनकी विमानन कंपनी की एक महिला कर्मचारी ने खुदकुशी कर ली थी।
सूत्रों के अनुसार , सपना ने पार्टी नेताओं को जानकारी दी कि उनके सलाहकारों ने उन्हें सलाह दी थी कि वह कांडा का प्रचार कर सकती हैं क्योंकि कांडा बतौर निर्दलीय मैदान में हैं। वह कांडा के पक्ष में रोड शो भी करने वाली थीं। सूत्रों ने बताया कि सपना को कांडा के पक्ष में प्रचार नहीं करने और उनके किसी भी प्रचार से खुद को फौरन असंबद्ध करने को कहा गया है।
विडियो वायरल होने के बाद कार्रवाई
दिल्ली बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि कांडा के समर्थन में वोट मांग रही सपना का विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। शुक्रवार को बीजेपी नेताओं के संज्ञान में यह विडियो आया। कांडा के समर्थन में सपना के पोस्टर भी सामने आए थे। दिल्ली बीजेपी नेताओं के एक धड़े ने पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर सपना के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने सपना को चुनाव प्रचार करने से रोक दिया है।
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इससे पहले सपना चौधरी को लेकर यह कहा जा रहा था कि पार्टी उन्हें दिल्ली या हरियाणा की किसी सीट से उम्मीदवार बना सकती है। लोकसभा चुनाव में उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाए जाने के बाद ऐसा माना जाने लगा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में उन्हें मैदान में उतारा जा सकता है। सपना ने टिकट के लिए दावेदारी भी की थी, लेकिन टिकट नहीं मिला। ऐसे में सपना का पार्टी के लिए प्रचार से खुद को अलग रखना और विरोधी दल के उम्मीदवारों के पक्ष में वीडियो जारी करने के साथ ही कार्यक्रम की हामी भरना नाराजगी का संकेत माना जा रहा है।
हरियाणा बीजेपी के कई नेताओं ने पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष और सपना को पार्टी में शामिल कराने वाले मनोज तिवारी के माध्यम से भी पुरजोर प्रयास किया था कि सपना चौधरी विधानसभा चुनाव में प्रचार करें परन्तु तमाम दबावों को दरकिनार कर सपना चौधरी ने किसी भी विधानसभा क्षेत्र में जाकर पार्टी के किसी भी प्रत्याशी के लिए प्रचार नहीं किया। अब सपना चौधरी के इस फैसले से बीजेपी में नाराज़गी देखी जा रही है।