पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत आसू सभी जिला और उपखंड मुख्यालयों पर काले झंडे और बैनर प्रदर्शित करेगा। याद रहे कि कोविड -19 महामारी के बाद सीएए के विरोध को निलंबित कर दिया गया था। कहा जा रहा है कि आसू ‘गण हुंकार’ का आयोजन करेगा, जहां पारंपरिक और लोक संगीत वाद्ययंत्रों को विरोध के निशान के रूप में बजाया जाएगा। पिछले साल राज्य में सीएए के विरोधी प्रदर्शनों के दौरान पांच लोग मारे गए थे।
उधर दूसरी तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने निर्माण की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए ‘भूमिपूजन’ किया। ‘स्वाहिद स्मारक और स्वाहिद उदयन’ के लिए काम करते हैं। भूमिपूजन के दौरान सोनोवाल ने कहा कि निर्माणाधीन स्मारक उन शहीदों की विरासत को संरक्षित करेगा जिन्होंने असम के उद्देश्य के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया और भविष्य की पीढ़ियों को राज्य के विकास के लिए खुद को समर्पित करने के लिए प्रेरित किया।