तमिलनाडु से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यह घटना विल्लुपुरम जिले की है। जहां 14 वर्षीय एक स्कूली छात्रा को आग के हवाले कर दिया गया। छात्रा का 95 प्रतिशत शरीर झुलस जाने के कारण सोमवार को उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सत्ताधारी एआईएडीएमके के दो सदस्यों ने किया है।
डीएमके के अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने दोनों आरोपियों पर त्वरित और कड़ी सजा देने की मांग की है। बताया जा रहा है कि दोनों आरोपियों ने जयश्री के हाथ, पैर बांधकर और उसके मुंह को कपड़े से बांधकर आग के हवाले कर दिया।
स्टालिन ने आगे कहा कि आग से लड़की 95 प्रतिशत जल गई, उसको फौरन सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
स्टालिन का कहना है कि एआईएडीएमके के सदस्यों द्वारा छात्रा को जिंदा जलाने का यह दूसरा मामला है। इससे पहले साल 2000 में एआईएडीएमके के सदस्यों ने धर्मपुरी में एक बस में आग लगा दी गई थी, जिसमें तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले तीन छात्राएं जिंदा जल गई थीं।
इसलिए स्टालिन ने पुलिस से निष्पक्ष जांच करने और दोषियों को सख्त सजा दिया दिलवाने का आग्रह किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, 38 वर्षीय जयपाल और उनके भाई के कुमार के पास अपनी पैतृक भूमि का एक एकड़ जमीन है। उनके और मुरुगन (57 वर्षीय) के बीच जमीन को लेकर विवाद था, जो एआईडीएमके का कार्यकर्ता है।
रविवार को मुरुगन का सहयोगी सिगरेट खरीदने के लिए जयपाल की छोटी दुकान गया था, जहां जयपाल के बेटे जयराज (17 वर्षीय) और मुरुगन के दोस्त के बीच जमीन को लेकर झगड़ा शुरु हो गया। दोनों के बीच मार-पीट हुई जिसमें जयराज को कई चोटें आईं।
इसके बाद जयपाल ने मुरुगन के दोस्त के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। मुरुगन और उनके करीबी सहयोगी कलियापेरूमल जो सिरुमदुरई गांव में एआईडीएमके का शाखा सचिव है, उसने जयपाल की बेटी को आग लगा दी और मौके से भाग गए।