लखनऊ : कोरोना वायरस के फैलाव रोकने के लिए हर स्तर पर मुहिम जारी है। राष्ट्रीय स्तर से लेकर ग्राम पंचायत तक इससे निपटने के लिए जिम्मेदारों ने पूरी ताकत झोंक रखी है। इस बीच राज्य सरकारें जेल में बंद विचाराधीन कैदियों को रिहा कर रही है। दिल्ली, हरियाणा ,पंजाब के बाद अब उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना के चलते शनिवार को अहम फैसला लेते हुए जेल से भीड़ को कम करने के लिए 11 हजार कैदियों को पेरोल पर छोड़ने का फैसला किया है।
अपने सोशल साइट पर नागरिकों को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यह जानकारी देते हुए बताया कि,” ऐसे कैदी जिन्हें सात साल से कम की सजा सुनाई गई है, उनमें से 11 हजार कैदियों को पैरोल पर आज से छोड़ा जा रहा है।”
उत्तर प्रदेश सरकार ने नागरिकों के लिए कोविड-19 से सम्बंधित किसी भी समस्या के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक तस्वीर साझा करते हुए अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा है कि,
“CM हेल्प लाइन नं. 1076 पर कॉल करें- #COVID19 से संबंधित किसी भी शंका-समाधान हेतु।
कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध मामलों व लॉकडाउन के उल्लंघन की सूचना देने, चिकित्सा आपातकाल, आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति हेतु या किसी अन्य मुद्दे के त्वरित निवारण हेतु अविलम्ब संपर्क करें।”
21 दिनों की यह लाॅकडाउन की कार्रवाई आपके लिए, आपके परिवार के लिए पूरे समाज और देश के उत्तम स्वास्थ्य और सुरक्षित भविष्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। कोविड-19 के खिलाफ देश ने जो लड़ाई छेड़ी है, इसमें हम सबको सहभागी बनना चाहिए ।