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वानखेड़े की झोलदार कहानी

मुंबई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर महाराष्ट्र राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक आर्यन खान के गिरफ्त्तारी के बाद से जिस तरह से चौंकाने वाले खुलासे कर रहे हैं उससे समीर वानखेड़े ही नहीं बल्कि समूचे एनसीबी की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े हो गए है। एनसीबी की छवि को इसके चलते गहरा धक्का लगा है। इतना ही नहीं इस पूरे प्रकरण के चलते केंद्र सरकार की छवि भी धूमिल हुई है।

दरअसल, शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स केस में गिरफ्तार करने वाले समीर वानखेड़े हमेशा विवादों में रहे है। मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले समीर वानखेड़े इंडियन रेवेन्यू सर्विस के वर्ष 2008 बैच के ऑफिसर हैं। उनके पिता ज्ञानदेव वानखेड़े भी पुलिस अधिकारी रह चुके हैं। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलिवुड एक्टर्स के ड्रग्स कनेक्शन को लेकर की गई कार्रवाई बाद वानखेड़े सुर्खियो में आए। उस समय कार्रवाइ के दौरान फिल्म अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया था। साथ ही दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, रकुल प्रीत सिंह, अर्जुन रामपाल और श्रद्धा कपूर जैसे बड़े-बड़े सितारों को एनसीबी के दफ्तर बुलाए थे।

इस दौरान महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के दामाद समीर खान को भी वानखेड़े ने ड्रग्स से जुड़े एक केस में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर सुर्खियो में बने रहने के लिए जानबूझ के बॉलीवुड को टारगेट करने का आरोप लगाए थे। बता दे कि एनसीबी में आने से पहले भी वानखेड़े बॉलीवुड के कई दिग्गजों के खिलाफ कार्रवाई कर सुर्खियां बंटोर चुके हैं।

वर्ष 2011 में मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारी के रूप में तैनात थे। इस दौरान शाहरुख खान यूरोप से छुट्टियां मनाकर लौटे थे। उनके साथ बड़ी संख्या में उनका एगैज था वानखेड़े ने तब इतना सामान लाने को लेकर लंबी पूछताछ बाद डेढ़ लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। इसी तरह वर्ष 2011 में समीर वानखेड़े ने सोने से बनी क्रिकेट वर्ल्ड कप की ट्रॉफी को एयरपोर्ट कई सुर्खियां बटोरी थी।

मीडिया में छाए रहे थे। इसके बाद वर्ष 2013 में बतौर कस्टम अधिकारी सिंगर मीका सिंह को तय मात्रा से ज्यादा विदेशी पैसे के लिए रोका था। सुशांत सिंह ड्रग्स केस की जांच के दौरान ही समीर वानखेड़े एनसीबी में आए उन्हें सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स केस सौंपा गया। इस मामले में 33 लोगों से पूछताछ की गई थी। तब मुंबई से गोवा तक रेड डालकर वानखेड़े ताजा मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया।

इसके बाद से ही महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने वानखेड़े पर लगातार कई गंभीर आरोप लगा डाले हैं। उन्होंने वानखेड़े के जाति प्रमाण पत्र का गंभीर मामला उठा यह दावा कर डाला है कि वानखेड़े अनुसूचित कोटे का फर्जीवाड़ा कर सरकारी नौकरी पाए हैं क्योंकि असल में वे हिन्दू न होकर मुस्लिम धर्म के हैं। नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर सर्टिफिकेट में फर्जीवाड़ा कर आईआरएस की नौकरी हासिल करने का आरोप लगाया उनका दावा है कि समीर वानखेड़े ने धर्म बदलकर मुस्लिम धर्म को अपनाया।

ऐसे में उन्हें आरक्षण नहीं मिल सकता था। अपने आरोप को साबित करने के लिए उन्होंने वानखेड़े की पहली शादी का निकाहनामा और तस्वीर भी शेयर की। नवाब मलिक की दलील ये है कि अगर समीर वानखेड़े पैदाइशी हिंदू दलित थे तो धर्म बदलने के बाद वो अनुसूचित जाति के आरक्षण का फायदा नहीं ले सकते। मलिक का दावा है कि ये सर्टिफिकेट असली है। साथ ही नवाब मलिक का आरोप है कि समीर के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने भी धर्म बदल लिया था। इस लिहाज से उनकी भी जांच होनी चाहिए क्योंकि उन्होंने भी नौकरी में आरक्षण का फायदा उठाया। ज्ञानदेव वानखेड़े ने समीर के निकाहनामे को सही ठहराया और ये भी माना है कि निकाह के लिए समीर को मुस्लिम बताया गया। हालांकि वे आरक्षण के फर्जीवाड़े को गलत बता रहे है।

नवाब मलिक समीर वानखेड़े पर केवल आरोपों की बायानबाजी नहीं कर रहे हैं बल्कि वह सबूत भी सामने रख रहे हैं। उन्होंने वानखेड़े की साली का जिक्र करते हुए। कहा कि समीर दाऊद वानखेड़े क्या आपकी साली हर्षदा दीनानाथ रेडकर ड्रग्स के धंधे में शामिल थीं? आपको जवाब देना चाहिए क्योंकि उनका केस पुणे कोर्ट में अभी लंबित है।जिसके बाद सबूत भी सार्वजनिक किए। जिसमें केस का जिक्र है। वहीं आरोप के बाद समीर वानखेड़े ने सफाई देते हुए कहा कि यह केस वर्ष 2008 का है और वह उस वक्त एनसीबी का हिस्सा भी नहीं थे।

उन्होंने कहा कि उनकी शादी क्रांति रेडकर से वर्ष 2017 में हुई है, इसलिए हर्षदा के मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है।इसके बाद नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर करोड़ों रुपयों की जबरन वसूली करने और एक ईमानदार अधिकारी के पहुंच से बाहर महंगे कपड़े पहनने का आरोप लगते हुए कहा कि एक लाख रुपये का पायजामा, 70 हजार रुपये से अधिक मूल्य की कमीज तथा 25-50 लाख रुपया मूल्य की घड़ियां पहनते हैं। आरोप का बचाव करते हुए। वानखेड़े की बहन यासमीन और उनकी पत्नी ने कहा कि नवाब मालिक को मानसिक स्वास्थ्य की जांच करानी चाहिए। वही वानखेड़े ने कहा कि उन्हें लोखंडवाला इलाके में जाना चाहिए और पता लगाना चाहिए कि मेरे कपड़ों के दाम क्या हैं। वह अफवाह फैला रहे हैं। उन्हें अधूरा ज्ञान है और उन्हें चीजों के बारे में सही जानकारी जुटानी चाहिए।

इन सब आरोपों के बीच आर्यन केस के गवाह प्रभाकर सैल ने कहा था कि उन्होंने केस के गवाह किरण गोसावी को सैम डिसूजा से बात करते सुना था जिसमें 25 करोड़ की डील हो रही थी। इसको लेकर भी नवाब मलिक का कहना है कि इस केस के सभी किरदार समीर वानखेड़े, केपी गोसावी, प्रभाकर सैल और समीर वानखेडे के ड्राइवर की सीडीआर निकालकर जांच होनी चाहिए।

गौरतलव है कि पूरे केस में कहीं न कहीं कोई बड़ा झोल नजर आ रहा है। नवाब मलिक हर दिन नए-नए खुलासे कर रहे है। और वानखेड़े परिवार के लिए सफाई देना मुश्किल हो रहा है। कई गंभीर आरोप होने के बावजूद कोई बड़ी कार्यवाही तो हुई नहीं उल्टे केंद्र सरकार ने वानखेड़े को Z +र्श्रेणी की सुरक्षा दे डाली है।

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