बरसात ने पूरे महाराष्ट्र को पानी पानी कर दिया है। मानसून विभाग ने अलर्ट जारी किया गया है। मुंबई के कई क्षेत्रों में तो स्थिति इतनी खराब है कि वहां एनडीआरएफ की टीम तैनात की गई हैं। पांच अगस्त को मुंबई में मूसलाधार बारिश के कारण इस सीजन की सबसे ज्यादा बारिश हुई। बारिश ने 46 साल का रेकाॅर्ड तोड़ डाला है। बारिश को देखते हुए महाराष्ट्र के कई क्षेत्रों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। पांच अगस्त को मुंबई में इस सीजन की सबसे अधिक बारिश हुई।
मुंबई में 112 पेड़ गिर गए। 6 इलाकों में घर ढहने की खबर सामने आ रही है। मुंबई के कई इलाकों में आज सुबह सवा चार बजे 101.4 किमी प्रति घंटे की रेकाॅर्ड रफ्तार से हवाओं चल रही थीं। हवाएं की रफ्तार का अंदाजा इसी के लगाया जा सकता है कि गडवणे जंक्शन के पास एक ट्रैफिक पोल उखड़कर गिर गया।
बारिश से गिरगांव चैपाटी, कोलाबा और भायकला जैसे क्षेत्र भी डूब गए। बीएमसी अधिकारियों ने बताया कि मुंबई में पांच अगस्त को औसत से तिगुनी बारिश दर्ज की गई।
मरीन ड्राइव के निवासी बताते हैं कि 40 साल में पहली बार ऐसी बारिश देखी है। 40 साल में इस इलाके में कभी इतनी तेज हवाएं नहीं चलीं। बीएमसी कमिश्नर आईएस चहल ने पेड्डार रोड का दौरा किया जहां दीवार का एक हिस्सा ढह गया है। कोलाबा, नरिमन पाइंट, मरीन ड्राइव समेत 4 वार्ड में पाच अगस्त को महज 4 घंटे में 300 मिमी बारिश हुई। बारिश को देखते हुए मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई इलाकों में एनडीआरएफ की कुल 16 टीमें तैनात की गई हैं। 5 टीमें मुंबई में, 4 टीमें कोल्हापुर, 2 टीमें सांगली, एक-एक टीम सतारा, ठाणे, पालघर, नागपुर और रायगढ़ में तैनात की गई हैं।