नई दिल्ली। भारत के पुणे में एक अरब कोरोना वैक्सीन बनेंगी जिन्हें दुनिया के गरीब देशों में भेजा जायेगा। कोरोना की यह वैक्सीन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की देन बताई जाती है। ब्रिटिश फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका के मुताबिक वैक्सीन के परिणाम काफी उत्साहजनक हैं। अंतिम परिणाम भी बेहतर आने की उम्मीदें हैं। लिहाजा कंपनी ने इसका उत्पादन शुरू कर दिया है। ब्रिटेन, स्विट्जरलैंड, नॉर्वे के साथ-साथ भारत में भी वैक्सीन का निर्माण किया जा रहा है।
फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका के सीइओ पास्कल सोरियोट ने बताया कि अगस्त तक वैक्सीन के सारे परीक्षण हो जाएंगे और सितंबर में पर्याप्त वैक्सीन तैयार हो जाएंगी। वैक्सीन की आपूर्ति के लिए कंपनी जल्दी ही पुणे स्थित सेरम इंस्टिट्यूट के साथ करार करेगी। दोनों कंपनियां मिलकर एक अरब कोरोना वैक्सीन भारत समेत कम आय वाले देशों में पहुंचाएंगी। इनमें से 40 करोड़ वैक्सीन की 2020 के अंत तक आपूर्ति का लक्ष्य है। सितंबर तक दुनियाभर की फैक्ट्रियों में वैक्सीन की लाखों डोज तैयार हो जाएंगी। 2021 के मध्य तक 2 अरब डोज तैयार होंगी।