30 वर्षों तक हिंदी ब्लिट्ज़ के संपादक रह चुके वरिष्ठ पत्रकार नंदकिशोर नौटियाल नही रहे । वह महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष रहे साथ ही श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ट्रस्ट के भी अध्यक्ष रह चुके हैं।
नंदकिशोर नौटियाल ने गोवा मुक्ति संग्राम में भी भाग लिया था। पृथक हिमालयी राज्य तथा उत्तराखंड राज्य आंदोलन में 1952-53 में उन्होने सक्रिय हिस्सा लिया तथा बाद में 1999-92 में भी वह उत्तराखंड आंदोलन से जुड़े रहे । सामाजिक-राजनीतिक गतिविधियों में संलग्न रहते हुए भी नौटियालजी ने पत्रकारिता और लेखन को अपना व्यवसाय बनाया।
अनेक साप्ताहिक पत्रों और पत्रिकाओं के लिए काम करते हुए 1962 में उनके जीवन में एक बड़ा मोड़ तब आया, जब मुंबई से साप्ताहिक हिंदी `ब्लिट्ज़’ निकालने के लिए उसके प्रथम संपादक मुनीश सक्सेना और प्रधान संपादक आर के करंजिया ने उन्हें चुना। 10 साल सहायक संपादक रहने के बाद 1973 में नौटियालजी हिंदी `ब्लिट्ज़’ के संपादक बने। नौटियाल ने ‘ नूतन सवेरा ‘ साप्ताहिक अखबार का भी प्रकाशन किया।