दुनिया में वैक्सीन का सबसे बड़ा निर्माता, भारत, घरेलू जरूरतों को पूरा करने के बाद कोविड वैक्सीन के एक्सपोर्ट को फिर से शुरू करने की उम्मीद रखता है।इस बाबत सरकार ने कहा है कि भारत में वैक्सीन जरूरतों के पूरा होने के बाद फिर से एक्सपोर्ट को शुरू करना चाहेगा। भारत ‘VACCINE MAITRI’ कार्यक्रम के जरिये कई देशों को वैक्सीन सप्लाई कर रहा था, जिसे देश में वैक्सीन की कमी के चलते रोक दिया गया था।
एक तरफ देश में कोरोना वायरस के खिलाफ युद्धस्तर पर टीकाकरण चल रहा है, तो दूसरी तरफ भारत ने अपने पड़ोसी देशों की ओर भी मदद का हाथ बढ़ाया है। इसी वर्ष भारत ने अपने करीब 10 पड़ोसी देशों को वैक्सीन सप्लाई की। जिनमें भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और सेशेल्स को वैक्सीन भेजी गयी है,साथ ही श्रीलंका, अफगानिस्तान, और मॉरिशस को भी मदद दी गयी।
अब तक भारत के कई पड़ोसी देश भारत में बनी कोरोना वैक्सीन की डिमांड पूरी की है। भारत ने इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए बसे पहले भूटान और मालदीव को पहली खेप सप्लाई की थी। बाद में अन्य देशों को भी भारत ने वैक्सीन की कई खेप भेजी।
इस पूरे कार्यक्रम को नाम दिया गया ‘VACCINE MAITRI ‘।
Best news this morning. India will soon resume Covid #VaccineMaitri in its neighbourhood. Read this piece by @NayanimaBasu : https://t.co/b8Rb6F3B59 China isnt going to get a totally free ride in South Asia.
— Jyoti Malhotra (@jomalhotra) June 23, 2021
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जुलाई-अगस्त तक फिर शुरू होगी वैक्सीन मैत्री की सप्लाई
सरकार के अनुसार,महामारी के वक्त भी भारत ने अपना पड़ोसी धर्म निभाते हुए अपनी ‘नेबर्स फर्स्ट’ की नीति के साथ रहा और मालदीव और भूटान को पहले दो देशों के रूप में चुना।अब आगे भी इसी नीति पर कार्य किया जाएगा। भारत सरकार की तरफ से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया निर्मित कोविडशील्ड वैक्सीन की एक बड़ी खेप कई देशों को भेजी जा चुकी है। कोरोना से निपटने में मदद, दवाइयां, टीके और फंड के अलावा भू भारत ने कोरोना की वजह से उपजीं चुनौतियों का सामना करने के लिए पहले ही 501 करोड़ रुपये का अतिरिक्त फंड भी जारी किया है।
भारत की ‘VACCINE MAITRI ‘
इस मदद को ‘वैक्सीन मैत्री’ बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया था कि, “वैश्विक समुदाय की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए लंबे समय से एक भरोसेमंद साझेदार के रूप में भारत को गर्व है।कई देशों को कल से वैक्सीन सप्लाई शुरू हो जाएगी और आने वाले दिनों में जारी रहेगी।#VaccineMaitri”
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भारत में 16 जनवरी को ही टीकाकरण की शुरुआत हुई और 20 जनवरी को भारत ने अपने छह पड़ोसी देशों में से भूटान और मालदीव को वैक्सीन की आपूर्ति शुरू कर दी थी।विदेश मंत्रालय से जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया,“भारत सरकार को पड़ोसी और प्रमुख भागीदार देशों से भारत में निर्मित वैक्सीन की सप्लाई के लिए अनुरोध प्राप्त हुए हैं। इनके जवाब में, कोरोना महामारी से लड़ने में मानवता की मदद करने के लिए भारत की वैक्सीन उत्पादन और वितरण क्षमता का इस्तेमाल करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए भारत एक बार फिर भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और सेशेल्स को आपूर्ति शुरू कर देगा।”
It is time for #VaccineMaitri 2.0 to be rolled out to be able to make good our commitments as the second peak wanes & vaccine supplies become steady, writes @priyankac19. A must read! #GetVaccinatedIndiahttps://t.co/dsyv9q0SEz
— Office Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@Priyanka_Office) June 22, 2021
वहीं शिवसेना की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने इसका विरोध करते हुए एक लेख लिखा है ,उन्होंने इसे अपने ट्वीटर हैंडल से साझा भी किया है। उनका मानना है कि जबकि देश की हालत अभी गंभीर है ऐसे में यह सही समय नहीं है कि वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम शुरू किया जाए।