काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, सैटेलाइट फोन से लैस होने वाला भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान बन गया है। 27 मई को राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की अध्यक्षता में हुई बैठक में अवैध शिकार रोकने के लिए सैटेलाइट फोन लगाने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री बिस्वा सरमा(HEMANT BISHWA SHARMA) की अध्यक्षता में हुई बैठक में पर्यावरण और वन मंत्री परिमल सुकलाबैद्य, मंत्री केशब महंता और अतुल बोरा, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक और आसपास के जिलों के उपायुक्तों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा वन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
राज्य के मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ ने काजीरंगा(KAZIRANGA) वन कर्मियों को 10 सैटेलाइट फोन उपलब्ध कराए हैं। सैटेलाइट फोन शिकारियों पर नजर रखने और बाढ़ जैसी आपात स्थिति से निपटने में वन कर्मियों को सहायक प्रदान करेगा। असम (Assam) राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने राष्ट्रीय उद्यान के लिए 16 लाख रुपये की अनुमानित लागत से दस सैटेलाइट फोन खरीदे हैं। बीएसएनल (BSNL)ऑपरेटर के जरिए यह फोन संचालित होंगे।
पशु-पक्षी देखने हैं तो काजीरंगा नेशनल पार्क की सैर करें
भारत के असम राज्य के गोलाघाट और नागांव जिले में एक राष्ट्रीय पार्क(National Park) है। यह एक विश्व विरास्त स्थल है। इस पार्क में दुनिया के दो तिहाई एक सींग वाले गैंडो की संख्या है। मार्च 2015 में आयोजित जनगणना के अनुसार, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (National Park) में वर्तमान में लगभग 2,401 गैंडे हैं। काजीरंगा नेशनल पार्क और इसके आसपास कई आकर्षण हैं, जहां आप दो दिन के अंदर घूम सकते हैं। सोनितपुर जिले का उप प्रभागीय शहर, गोहपुर एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक शहर है। एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल काकोचांग झरना भी है, जो यात्रियों के आने के लिए एक दिलचस्प जगह है। नुमालीगढ़ (गोलाघाट जिले) में, पर्यटक देवपर्वत खंडहर की यात्रा भी कर सकते हैं।
काजीरंगा राष्ट्र उद्यान के बारे में जानें……
काजीरंगा एक राष्ट्रीय उद्यान है, यहां मुख्य रूप से सड़क द्वारा आ सकते हैं। यह गुवाहाटी से 225 किमी की दूरी पर स्थित है, और काजीरंगा तक पहुंचने के लिए कैब सबसे अच्छा तरीका है। आस पास के अन्य शहरों में तेजपुर और गोलाघाट हैं, जो राज्य के अन्य हिस्सों से अच्छी तरह जुड़े हैं।
काजीरंगा भारी वर्षा के लिए भी जाना जाता है
इसके कारण, नेशनल पार्क हर साल कई महीनों के लिए जनता के लिए बंद रहता है। उद्यान तीन अलग-अलग जलवायु का अनुभव करता है-ग्रीष्मकाल, मानसून और सर्दियां। जहां गर्मियां शुष्क और हवा वाली होती हैं, वहीं मानसून अक्सर उद्यान में बाढ़ लाता है। सर्दियां अच्छी होती हैं और राष्ट्रीय उद्यान घूमने के लिए सबसे अच्छा समय है।