उत्तराखंड की गेवाड़ घाटी के लाल ने फिर से देवभूमि का सम्मान बढाया है। अल्मोडा जिले के इस पुलिसकर्मी ने खाकी वर्दी में रहकर कयी ऐसे रहस्य से पर्दा उठाया है जो पुलिस ही नही सरकार के लिए परेशानी का सबक बन चुके थे। अपनी इन्वेस्टीगेशन के बल पर दो मामलो में आरोपी को फाँसी की सजा दिलाने वाले उत्तराखंड के इस जवान के हौसलो की हर कोई तारीफ करता है। पुलिस में रहकर जासूसो की तरह काम करना और मामले का पर्दाफ़ाश करना इनकी विशेष पहचान रही है। जी हाँ हम बात कर रहे है विपिन पंत की।
मूल रूप से चौखुटिया ढोन गावँ निवासी और उत्तराखंड पुलिस के सीओ चम्पावत विपिन पंत को गृह मंत्रालय भारत सरकार मैडल देकर सम्मानित करेगा । ये सम्मान उनको मामलो की सर्वोत्तम जांच के लिए दिया जा रहा है,
गौरतलब है कि विपिन पंत राज्य के इकलौते ऐसे अफसर हैं जिनको इस बार गृह मंत्रालय मैडल देने जा रहा है। दरअसल विपिन पंत को राज्य में ऐसे अधिकारी के रूप में जाना जाता है जिन्हौने 10 से ज्यादा ब्लाइंड केस खोले है। इसके अलावा उन्होने अपनी बेहतर तफ्तीश के बल पर 2 मामलों में अपराधी को फांसी की सजा भी दिलाने में महत्वपूर्ण कार्य किया है।
यही नही बल्कि वर्ष 2004 में तो विपिन पंत भेष बदलकर नेपाली माओवादियों के वहां से हरियाणा के दो पर्यटकों को छुड़ाकर ले आये थे। यह काम उन्होने विदेशी जासूसो की तरह बडी चतुराई से किया था।
याद रहे कि विपिन पंत को पुलिस विभाग में बेहतर सेवा के लिए 2 बार राज्यपाल पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। ऐसे पुलिसकर्मी पर उत्तराखंड के हर सख्श को नाज है। ‘दि संडे पोस्ट’ उनके संघर्रषपूर्ण काम को सलाम करता है।